अम्बेडकर नगर । जनपद के विकास खण्ड बसखारी के ग्राम पंचायत टण्वा मिश्र में आए हुए विकास के रुपए को कर रहे बंदर बांट पंचायती राज वेबसाइट पर ग्राम प्रधान और सचिव द्वारा एक काम को दो बार दिखाकर सरकारी धन निकाला गया। जिससे यह सिद्ध हो रहा है कि ग्राम प्रधान और ग्राम सचिव अपना जेब भर रहे हैं जब वेबसाइट पर देखा गया तो 30 सितंबर माह 2024 में 1,66,013 रुपए निकाले गए एवं दुबारा 24 जनवरी 2025 में 94,000 रुपए निकालें गये मजे की बात है कि दोनों दिनांक में निकालें गये रुपए के काम की नम्बर एक ही 54326573 क्या गजब का खेल कर रहे हैं ग्राम प्रधान और ग्राम सचिव
ग्रामीणों का आरोप ग्राम पंचायत में कोई विकास कार्य जमीनी स्तर पर हुआ ही नहीं
बात यहीं नहीं खत्म हो रही है ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम पंचायत में लगे खड़ंजा को ग्राम प्रधान ने पुराने ईंट को बेच लिया
ग्रामीणों का आरोप है कि 600 मीटर विधायक संजू देवी निधी से इंटरलॉकिंग लगवाया गया जिसमें पहले से लगे पुराने खड़ंजे में ईंट को बेच लिया था ग्राम प्रधान और ग्राम सचिव ने ग्राम प्रधान द्वारा बेचे गए पुराने ईंट के बारे में जब शिकायत की गई। तो ग्राम प्रधान ने शिकायतकर्ता को फोन करके धमकी भरे लहजे में कहा गांव में किसी की हिम्मत नहीं है शिकायत करने की तो तुम कैसे बाहर हो कर रहे हो।
शिकायत की जांच में झोल झाल
विकास खण्ड बसखारी के अधिकारी शिकायत के निस्तारण में लिखते हैं कि जो पुरानी ईंट निकला था वह ईंट रद्दी हो गया था उसको मिट्टी में डाल दिया गया है उसके उपर इंटरलॉकिंग लगवाया गया है जांच के लिए एक टीम गठित किया गया है । बताया जाता है कि जो जांच किया गया था वह भी विकास खण्ड बसखारी के अधिकारीयों ने ही जांच किया था आप समझ सकते हैं जहां से विकास का रूपया ग्राम पंचायत भेजा जाता है वहीं डेवलपमेंट विभाग ही भ्रष्टाचार के कंठ में डूबा हो तो जांच कितनी अच्छी होगी नाम ना बताने के शर्त पर ग्राम प्रधान द्वारा बताया गया कि जितनी फाइल है पास करवानी होती है सब में ही कमीशन देना पड़ता है आखिर कैसे ग्राम प्रधान कितना अच्छा काम करवाएंगे जब ग्राम सचिव से लेकर एडियो पंचायत , बाबू जेई यह मान लीजिए की छोटे से लेकर बड़े अधिकारियों तक की कमीशन पहुंचाने पड़ते हैं आप समझ जाइए कि भ्रष्टाचार की जड़ कितनी गहरी है।
जांच रिपोर्ट देखकर शिकायतकर्ता का ठनका माथा
शिकायत का निस्तारण देख शिकायतकर्ता के होश फाख्ता हो गए क्या विधायक संजू देवी निधी से लेंगे इंटरलॉकिंग मानक में नहीं बनाया गया क्या इंटरलॉकिंग के कार्ययोजना में रोड़े नहीं थे वहीं पर ग्रामीणों का आरोप है कि ग्राम पंचायत निधि से लगे 600 मीटर खड़ंजे के ईट लगभग 15 से 16 ट्रॉली ईट को जमीन निगल गया कि आसमान आखिर वह ईट गया कहां गया यह बात जनता में आज भी चर्चा का विषय बना हुआ है। ग्राम प्रधान के भ्रष्टाचार में जांच अधिकारी भी शामिल हुए हैं।ग्राम प्रधान को बचाने के लिए जांच ही गलत कर डाला अगर जांच सही है तो क्या विधायक निधि से लगे इंटरलॉकिंग में बड़ा खेल हुआ मानक में नहीं लगाया गया था। अगर इसकी जांच जिला स्तरीय टीम बनाकर की जाएगी तो शायद बहुत बड़े भ्रष्टाचार का खुलासा ग्राम पंचायत टड़वा मिश्र में हो सकता हैं एवं ग्राम प्रधान और ग्राम सचिव का फंसना तय माना जा रहा है।





