After my death

अम्बेडकरनगर,अवधी खबर। जो भी पैदा हुआ है उसकी मृत्यु निश्चित है। सभी जन्म लिए हुए जीव जंतु मानव दानव मरते हैं। मै मानव हूं। मै भी मरूंगा। कब होगी मेरी मौत…इस घड़ी पल की प्रतीक्षा है।
मेरा नाम भूपेंद्र सिंह गर्गवंशी है। उत्तर प्रदेश के जनपद अंबेडकर नगर के अकबरपुर वार्ड 11 में पिछले 50 सालों से रह रहा हूं। एक लाइलाज बीमारी से पीड़ित हूं। लगभग 20 सालों से बिस्तर पकड़े हुए आसमान निहारता हूं। जीवन के 73 वें वर्ष में पीड़ाभरी जिंदगी जी रहा हूं। जिंदगी के अनुभवों ने अपने पराए के अंतर का बोध कराया है।
परम इच्छा है कि
मेरे मरने के बाद औपचारिक दुख व्यक्त नहीं किया जाए। मेरे मृत शरीर को शहर के समाज सेवी बरकत अली और उनकी टीम तमसा तट पर ले जाकर चिता पर लिटाकर अग्नि को समर्पित करे।
चल रही परंपरा अनुसार अनावश्यक मृत्यु प्रचार न किया जाए। इससे आत्मा को शांति मिलेगी। सोशल मीडिया से जुड़े लोगों से अनुरोध है कि वे औपचारिक मृत्यु प्रचार करने से परहेज करें ।
यदि दाह संस्कार करने के लिए इस्लाम इजाजत देता है, तो बरकत अली ही शव को जलाए और उनकी एन जी ओ के सहयोगी मित्र गण उनका साथ दें।
एक बात और
मेरी मौत के बाद यदि बरकत अली एंड हिज टीम मेरी डेड बॉडी को शवदाह स्थल तक लेकर जा रहे हैं। उस समय शव दाह गृह / स्थल तक एक व्यक्ति हो सकता है वाह है रेनबो न्यूज के युवा संपादक सत्यम सिंह बस और कोई नहीं।
मौत पश्चात मेरी अपनी डेड बॉडी को तमाशा न बनाया जाए और ना ही बारात निकली जाए। यदि ऐसा किया गया तो मेरी आत्मा को बड़ा ही कष्ट होगा। इसीलिए शव यात्रा कत्तई नहीं।
कोई भी ऐसा व्यक्ति जो पेशेवर है और अपनी हित साधने का आढ़ती हो वह कत्तई मेरी मौत पर अपना कथित शोक दुख और संवेदना न प्रकट करे। ऐसा करने पर मेरी आत्मा उसको भी दंड दे सकती है। माननीय लोग किसी अन्य के दाह संस्कार में शरीक हो और कृपा करके मेरी डेड बॉडी को अपनी अनुपस्थिति में ही जलनें दें। ये क्यों न शामिल हों, वह इसलिए कि इनका और मेरी जीते जी कभी भेट मुलाकात नहीं हुई है।
बरकत अली एंड हिज टीम ही मेरे मृत शरीर को अग्नि समर्पित करेगी।
इससे अधिक लिखने से कोई फायदा नहीं। इसलिए मैने अपनी इच्छा लिख कर लोगों को बताया है।
मेरा अपना कोई नहीं।
हां , मेरे मरने की लिखित सूचना नगर पालिका कार्यालय में जरूर दिया जाए। और यह कार्य बरकत अली ही करेंगे।
भूपेन्द्र सिंह गर्गवंशी
वरिष्ठ नागरिक/ पत्रकार
वार्ड 11 उसरहवा ,बस स्टेशन के निकट,अकबरपुर, अंबेडकर नगर उत्तर प्रदेश।




