संदिग्धों को उठाकर पूछताछ के नाम पर पुलिस कर रही वसूली
अवधी खबर संवाददाता
अंबेडकरनगर (प्रमोद वर्मा)। सभाजीत वर्मा उर्फ विपुल की गला रेतकर निर्मल हत्या मामले में 24 घंटे का समय बीत गया पुलिस अभी घटना का खुलासा नहीं कर पाई है। करीब आधा दर्जनसे अधिक संदिग्ध लोगों को उठाकर पुलिस ने पूछताछ किया है। हत्या की पहेली फिर भी सुलझ नहीं पाई है। पुलिस को दुकानों पर लगे सीसीटीवी फुटेज से भी कोई सफलता हाथ नहीं लगी! मृतक युवक के कॉल डिटेल और लोकेशन पर निगाहें टिकी हुई है। फिरहाल मृतक की मोबाइल अभी पुलिस बरामद नहीं कर पाई है।
सूत्र बताते हैं पुलिस हत्या के खुलासे के मामले में पूछताछ के लिए जिन लोगों को उठाकर ला रही है भय दिखाकर उनसे मोटी रकम वसूली जा रही है पुलिस हत्या के खुलासे पर कम वसूली पर ज्यादा ध्यान दे रही है। कोतवाली लाने के बाद परिजनों से मिलने नहीं दिया जा रहा है। मिली जानकारी के अनुसार अकबरपुर कोतवाली क्षेत्र के अरिया चौकी अंतर्गत जमुनीपुर शराब के ठेके के पास रविवार की शाम उस समय अफरा तफरी मच गया जब हत्यारे ने एक युवक का गला रेत दिया।
खून से लथपथ युवक जैसे -तैसे सड़क पर पहुंचा, पहुंचते ही बेहोश होकर गिर गया। घटना रविवार की शाम करीब 9:00 की है। आसपास मौजूद लोगों ने उसे अस्पताल पहुंचाया जहां लखनऊ ले जाते समय उसकी मौत हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने मामले की जांच पड़ताल करना शुरू कर दिया।
आपको बता दे कोतवाली क्षेत्र के कोटवा किरूनीपुर गांव निवासी सभाजीत वर्मा उर्फ विपुल (26) की गला रेत कर हत्या हुई है। मृतक युवक जमुनीपुर बाजार में नहर के समीप लल्लू पान की दुकान पर रात करीब 9:00 बजे घायल अवस्था में लड़खड़ाते हुए पहुंचा जहां उसका आधा गला कट चुका था रक्तस्राव हो रहा था
लोगों ने देखा तो इसकी सूचना पुलिस को दिया, दूसरी तरफ एंबुलेंस बुलाकर उसे जिलाअस्पताल भेजा गया परिजन भी जिला अस्पताल पहुंचे हालत गंभीर देख लखनऊ ले जाते समय घायल की रास्ते में मौत हो गई। वहीं पिता भगत राज वर्मा ने बेटे की हत्या का आरोप लगाते हुए अज्ञात के खिलाफ तहरीर दिया था।
रात्रि में पुलिस ने जमुनीपुर बाजार स्थित देशी शराब ठेके के सामने खेत से युवक की बाइक कब्जे में लिया। यहां पर शराब की एक खाली और एक भरी शीशी, गिलास में शराब, पानी की बोतल, नमकीन समेत अन्य सामान को पुलिस ने कब्जे में लिया है।
एनसेंट……………………….
*सीओ सदर देवेंद्र कुमार मौर्य से नहीं हो पाई बात........*
वही जब घटना के खुलासे के संबंध में सीओ सदर देवेंद्र कुमार मौर्य से टेलिफोनिक वार्ता करने का प्रयास किया गया तो उनका फोन नहीं रिसीव हो सका।





