एसपी ने दिया स्पष्ट संदेश—जनता की शिकायतों में लापरवाही बर्दाश्त नहीं!
अवधी खबर संवाददाता
अंबेडकरनगर।
जनता की शिकायतों पर कान न देने की कीमत आखिरकार सम्मनपुर थाना प्रभारी को चुकानी पड़ी। पुलिस अधीक्षक केशव कुमार ने बड़ी कार्रवाई करते हुए सम्मनपुर थाना प्रभारी को लाइन हाजिर कर दिया। उन पर लगातार शिकायतों के बावजूद एफआईआर दर्ज करने में देरी और मामलों को टालने के गंभीर आरोप थे।
सूत्रों के मुताबिक, थाना प्रभारी जेपी यादव को कई बार उच्चाधिकारियों द्वारा निर्देशित किया गया था कि पीड़ितों की सुनवाई तत्काल की जाए और कानून के अनुसार समयबद्ध कार्रवाई सुनिश्चित हो। इसके बावजूद थाना प्रभारी ने न तो रफ्तार पकड़ी, न ही प्राथमिकता बदली।
कई मामलों में पीड़ितों को चक्कर काटने और धक्का खाने पर मजबूर होना पड़ा। बताया जा रहा है कि यह कोई पहली बार नहीं था। थाना प्रभारी पर पूर्व में भी कार्य में लापरवाही, पक्षपात और एफआईआर दर्ज करने में टालमटोल के आरोप लग चुके हैं। इस बार पुलिस अधीक्षक ने चेतावनी की जगह एक्शन को तरजीह दी।
SP केशव कुमार का दो टूक संदेश
एसपी ने साफ शब्दों में कहा पुलिस का धर्म है जनता को समय पर न्याय दिलाना। किसी भी स्तर पर लापरवाही या टालमटोल अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी। यह कार्रवाई अन्य थानों के लिए चेतावनी है। अब सवाल उठता है की जब शिकायतों पर कार्रवाई में देरी होती है, तो पुलिस पर जनता का भरोसा कैसे कायम रहेगा? क्या अन्य थानों में भी ऐसी ही कार्यशैली अपनाने वालों की सूची बन चुकी है? सम्मनपुर की जनता इस कार्रवाई को “देर से ही सही, लेकिन सही कदम” मान रही है।
अब वे चाहती है कि नई तैनाती के साथ जवाबदेही भी तय हो और हर फरियादी की सुनवाई समय पर हो। इस कार्रवाई ने यह स्पष्ट कर दिया है कि अंबेडकरनगर पुलिस प्रशासन अब निष्क्रियता के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति पर काम कर रहा है। थाना चलाने का मतलब कुर्सी संभालना नहीं, जिम्मेदारी निभाना है—यह संदेश पूरे जनपद में साफ सुनाई दे रहा है।





