थाना अकबरपुर में प्राथमिकी दर्ज न होने से पीड़िता न्याय के लिए दर-दर भटक रही
अवधी खबर संवाददाता
अंबेडकरनगर।
जनपद में एक बार फिर गरीब और अनपढ़ परिवारों को निशाना बनाकर की जा रही ठगी की एक सनसनीखेज साजिश उजागर हुई है। तहसील अकबरपुर के ऊचेगांव, गौसपुर निवासी महिला राजकुमारी ने कुछ दबंगों पर उसकी बेशकीमती जमीन हड़पने और आर्थिक ठगी का गंभीर आरोप लगाया है।
पीड़िता का कहना है कि आरोपित राजेश कुमार वर्मा उर्फ गुड्डू वर्मा और जियाराम वर्मा ने उसके नशे के आदी व अशिक्षित पति को फंसा कर मात्र 30 लाख रुपये में 45 लाख की जमीन का जबरन बैनामा 24 जनवरी 2024 को शालिनी पटेल और बिंद्रावती के नाम करा दिया। यही नहीं, आरोपियों ने एक ब्लैंक चेक पर हस्ताक्षर करवा कर 29 जनवरी को 28 लाख रुपये भी आरटीजीएस के जरिए जियाराम वर्मा के खाते में ट्रांसफर करा लिए।
राजकुमारी का कहना है कि उसके पति का न तो इन लोगों से कोई वित्तीय लेनदेन था और न ही कोई कानूनी अनुबंध। पूरी साजिश उसकी पति की मानसिक और शारीरिक कमजोरी का फायदा उठाकर रची गई, जिसमें धोखाधड़ी से जमीन हड़पी और मोटी रकम की ठगी कर ली गई।
पुलिस कार्रवाई से नदारद, पीड़िता की गुहार बेअसर
सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि इतने गंभीर प्रकरण के बावजूद अकबरपुर कोतवाली में अभी तक कोई एफआईआर दर्ज नहीं की गई है। पीड़िता बीते कई दिनों से पुलिस कार्यालयों और अधिकारियों के चक्कर लगा रही है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही।
प्रशासन की चुप्पी पर उठे सवाल
यह मामला न सिर्फ एक महिला की पीड़ा है, बल्कि पूरे जिले की कानून व्यवस्था और प्रशासन की कार्यशैली पर बड़ा सवाल है। क्या गरीब और अशिक्षित अब सिर्फ ठगी और शोषण के शिकार बनते रहेंगे? क्या अपराधियों के हौसले ऐसे ही बुलंद होते रहेंगे?
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सरकार में भी गरीबों के हक की रक्षा के लिए भटकना पड़ता है।तो क्या “सशक्तिकरण” और “न्याय” की बातें केवल नारों तक न सिमट जाएं।
यह मामला प्रशासन की संवेदनशीलता, पुलिस की निष्क्रियता और सामाजिक शोषण की त्रासदी का प्रतीक बनता जा रहा है। अब देखना यह है कि क्या न्याय की उम्मीद रखने वाली इस महिला को वास्तव में न्याय मिलेगा या वह भी सरकारी फाइलों में दबी एक और पीड़िता ?





