सरखने किशुनीपुर में लाखों की अनियमितताएं, पुलिस की लापरवाही पर सवाल
अवधी खबर संवाददाता
अंबेडकरनगर।
कटेहरी विकासखंड की ग्राम पंचायत सरखने किशुनीपुर में मनरेगा कार्यों में अनियमितताओं का खुलासा होने के लगभग 5 दिन बाद भी किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस की सक्रियता की कमी और धीमी जांच के कारण आरोपी अभी तक पकड़ में नहीं आए हैं।
बताते चले की ग्राम निवासी राजीव कुमार दुबे ने 11 अगस्त 2025 को जिलाधिकारी को शिकायती पत्र देकर बताया कि तालाब की खुदाई और मिट्टी डालने के कार्य में भारी धांधली हुई।
शिकायत के बाद 28 अगस्त को मुख्य विकास अधिकारी और सहायक अभियंता, जिला ग्राम विकास अभिकरण ने मौके पर जांच की।
जांच रिपोर्ट में पाया गया कि तालाब के किनारे केवल 280 घन मीटर मिट्टी डाली गई, जबकि भुगतान 1856 घन मीटर का दिखाया गया। यानी 1776 घन मीटर मिट्टी का फर्जी भुगतान, जिससे सरकारी खजाने को ₹5,41,376 का नुकसान हुआ।
उपायुक्त श्रम एवं रोजगार ने ग्राम प्रधान रीता देवी, ग्राम सचिव सरिता शुक्ला और तकनीकी सहायक ब्रम्हदेव त्रिपाठी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने और 33.33 प्रतिशत वसूली के निर्देश दिए। खंड विकास अधिकारी कटेहरी हौशिला प्रसाद की तहरीर पर महरुआ थाने ने सरकारी धनराशि गबन और दुरुपयोग का मुकदमा दर्ज किया।
अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। पुलिस जांच में लगी हुई है, लेकिन ग्रामीणों और प्रशासनिक महकमे में इस पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं।
इस खुलासे से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई। ग्रामीणों का कहना है कि पंचायत स्तर पर लंबे समय से गड़बड़ी हो रही थी, लेकिन इस बार जांच ने वास्तविकता उजागर कर दी।





