अवधी खबर संवाददाता
बस्ती। विकास खंड परसरामपुर के अन्तर्गत ग्राम पंचायत सलेमपुर पाण्डेय मे तीन सदस्यीय जांच टीम गठित होने के बाद भी वित्तीय अनियमितता की जांच नहीं हो पाई है । जांच अधिकारी जिला मुख्यालय पर बैठकर ग्राम प्रधान व सचिव से सांठगांठ करके ग्राम पंचायत में हुए भ्रष्टचार का साक्ष्य मिटाने के लिए जांच के नाम पर लीपापोती करने में जुटे हैं ।
आपको बता दें कि ग्राम पंचायत सलेमपुर पांडेय निवासी चंद्र प्रकाश पांडेय की ओर से शपथ पत्र के साथ ग्राम पंचायत के विकास कार्यों में अनियमितता की शिकायत जिलाधिकारी रवीश गुप्ता से की गई है। मामले में जिलाधिकारी रवीश गुप्ता की ओर से जांच के लिए तीन सदस्यीय टीम का गठन किया गया था ।
इसमें जिला प्रशिक्षण अधिकारी, जिला लेखा परीक्षा अधिकारी, सहकारी समितियां एवं पंचायत लेखा परीक्षा व सहायक अभियंता नलकूप खंड शामिल थे। सलेमपुर पांडेय ग्राम पंचायत निवासी चन्द्र प्रकाश पांडेय ने जिलाधिकारी को दो सितंबर को शपथ पत्र के साथ शिकायत की थी। उनका आरोप है कि ग्राम पंचायत में प्रधान कनिक राम यादव व सचिव प्रवीन कुमार वर्मा ने मिलकर विकास कार्यों में अनियमितता कर रहे हैं।
उन्होंने गांव में लालजी के बाग से चंद्रशेखर के घर तक मिट्टी के कार्य में अनियमितता की शिकायत की है। उन्होंने कार्य मनरेगा श्रमिकों से न कराकर ट्रैक्टर से कराए जाने का आरोप लगाया है। जिलाधिकारी रवीश गुप्ता ने उत्तर प्रदेश पंचायत राज (प्रधानों और सदस्यों को हटाया जाना) जांच नियमावली के तहत शिकायतों की जांच के लिए अधिकारियों की तीन सदस्यीय जांच टीम गठित किया था।
निर्देश दिया गया था कि शिकायती पत्र में इंगित समस्त बिंदुओं की जांच कर एक माह के भीतर जांच आख्या उपलब्ध कराने का निर्देश दिया था लेकिन तीन सदस्यीय जांच ग्राम प्रधान कनिक राम यादव व सचिव प्रवीन कुमार वर्मा से लेनदेन करके मामले को रफा दफा करने में जुटी है ।
इस संबंध में शिकायतकर्ता चंद्र प्रकाश पांडेय ने बताया कि जल्द ही पुनः जिलाधिकारी रवीश गुप्ता से शिकायत कर मामले को अवगत कराया जाएगा । उक्त प्रकरण में जिलाधिकारी के सीयूजी नंबर पर जानकारी लेना चाहा तो जिलाधिकारी ने फोन रिसीव नहीं किया ।






