 
									राजू निषाद
अयोध्या (अवधी खबर )। तारुन क्षेत्र अंतर्गत देवापट्टी तारडीह निवासी विजेंद्र विश्वकर्मा ने 24 वर्ष की उम्र में सरकारी कॉलेज से एमबीबीएस की परीक्षा पास कर अपने गांव व क्षेत्र मान बढ़ाया। जबकि डॉक्टर विजेंद्र के पिता भाई राम विश्वकर्मा किराने की दुकान चलाकर पढ़ाई लिखाई तथा भरण पोषण करते थे। भाईराम ने अपने बेटे की प्रारंभिक शिक्षा डॉक्टर लोहिया इंटर कॉलेज से एवं हायर सेकेंडरी एसएसबी इंटर कॉलेज फैजाबाद से कराया। फैजाबाद से ही तैयारी करने के बाद नीट की प्रवेश परीक्षा अच्छे नंबरों से पास कर एमबीबीएस में दाखिला करवाया और अपने मेहनत और लगन के बल पर सफलतापूर्वक परीक्षा पास कर डॉक्टर बने डॉ0 विजेंद्र ने बताया कि मेरी सफलता के पीछे मेरे माता-पिता व गुरुजनों का बहुत बड़ा योगदान रहा हैं, जिससे मैं आज समाज के गरीब तपके के लोगों का इलाज करने लायक बन पाया हूं।
और मैं इस कार्य को पूरी ईमानदारी से अपने कर्तव्यों का निर्वहन करुंगा तथा हर जरूरतमंद लोगों का मैं अपने माध्यम से सहायता प्रदान करूंगा। उन्होंने यह भी बताया कि हमारे साथ की पढ़ने वाले सहपाठी विदेश में जाकर डॉक्टरी करने की इच्छा रखते हैं। परंतु मैं अपने देश और प्रदेश मे रहकर ही इलाज करूंगा और मैं एक वर्ष का इंटर्नशिप पूरा करने के बाद मेरा प्रयास सर्जन के रूप में कार्य करना चाहता हूं। जिससे एमडी का दर्जा मुझे प्राप्त हो डॉ0 विजेंद्र के स्वागत के लिए घर पर आए लोगों का उन्होंने धन्यवाद व अभिवादन किया। क्षेत्र के लोग ने घर पर पहुंचकर स्वागत और मिठाई खिलाकर बधाई दिए। इस दौरान एडवोकेट/ पत्रकार पवन निषाद, राम प्रकाश पाल बसपा जिला प्रभारी, प्रोफेसर बालक राम शर्मा, फार्मासिस्ट राकेश निषाद, सूरज निषाद, सत्य श्याम, राम शंकर, संजय यादव, लालजी पाल, सहित अन्य लोग उपस्थित रहें।





