अयोध्या। जिले के रामबली नेशनल इंटर कॉलेज, गोसाईगंज में शिक्षा विभाग से जुड़ा एक गंभीर घोटाला सामने आया है। महोबा जिले के निवासी शिक्षक कामता प्रसाद ने निदेशक, माध्यमिक शिक्षा उत्तर प्रदेश को पत्र लिखकर वर्ष 1990 में हुई एक अवैध तदर्थ नियुक्ति और दोहरे वेतन प्राप्त करने के आरोपों को उजागर किया है।
शिकायत के अनुसार, सरोज कुमार द्विवेदी को 15 दिसंबर 1990 को रसायन प्रवक्ता पद पर तदर्थ रूप से नियुक्त किया गया, जबकि विद्यालय में उस समय रसायन प्रवक्ता पद रिक्त ही नहीं था।
पूर्ववर्ती प्रवक्ता कृपाशंकर पांडेय 2000 और नगेन्द्र मिश्र 2003 में सेवानिवृत्त हुए, जिससे यह स्पष्ट होता है कि नियुक्ति पूर्णतः गैरकानूनी थी।
इससे भी गंभीर बात यह है कि सरोज कुमार द्विवेदी ने एक साथ चिकित्सा विभाग और माध्यमिक शिक्षा विभाग से वेतन प्राप्त कर दोहरी नौकरी की। जिलाविद्यालय निरीक्षक, अयोध्या द्वारा दिनांक 14.07.2025 को जारी आदेश पत्रांक मा० सदर / 6038-41/2025-26 में इसकी पुष्टि की गई है और प्रबंधक को निर्देशित किया गया है कि अवैध रूप से प्राप्त वेतन की राशि राज्यानुदान कोष में वापस कराई जाए तथा साक्ष्य सहित आख्या प्रस्तुत की जाए।
पीड़ित कामता प्रसाद ने निदेशक से मांग की है कि इस नियुक्ति को तत्काल निरस्त किया जाए तथा धोखाधड़ी के आधार पर संबंधित पुलिस थाना में रिपोर्ट दर्ज कर सख्त कानूनी कार्यवाही सुनिश्चित की जाए।
अब देखना यह है कि निदेशालय इस गंभीर शिकायत पर क्या कदम उठाता है, क्योंकि मामला न केवल वित्तीय अनियमितता का है बल्कि पूरे शैक्षिक तंत्र की पारदर्शिता और नैतिकता पर प्रश्नचिह्न खड़ा करता है।




