अंबेडकरनगर। सड़क की बदहाली और सरकार की लचर कार्यशैली के खिलाफ एक अनोखा विरोध प्रदर्शन उस समय देखने को मिला, जब आल इंडिया प्रियंका गांधी संगठन के राष्ट्रीय सचिव बृजेश सिंह यादव ने सैकड़ों ग्रामीणों के साथ मिलकर रत्ना पोखरे से ऐदिल पुर को जोड़ने वाली टूटी-फूटी सड़क के गड्ढों में करेमुआं लगाकर सरकार पर तीखा हमला बोला। यह अनोखा प्रदर्शन न केवल लोगों का ध्यान खींच रहा है, बल्कि सरकार की उदासीनता पर सवाल उठाने का एक नया तरीका भी बन गया है।
जलालपुर क्षेत्र की एक जर्जर सड़क पर आयोजित इस प्रदर्शन में भारी संख्या में ग्रामीणों ने हिस्सा लिया। सड़क के गड्ढों में करेमुआं लगाकर और जोरदार नारेबाजी के साथ स्थानीय लोगों ने अपनी नाराजगी जाहिर की। बृजेश सिंह यादव, जो अपने अनोखे और प्रभावी विरोध प्रदर्शनों के लिए जाने जाते हैं, ने इस बार भी अपने नेतृत्व में ग्रामीणों को एकजुट कर सरकार को कटघरे में खड़ा किया।
सड़क की दुर्दशा पर ग्रामीणों का आक्रोश
प्रदर्शन के दौरान ग्रामीणों ने सड़क की बदहाल स्थिति पर गहरा दुख जताया। स्थानीय निवासी रामप्रकाश ने कहा, “यह सड़क सालों से टूटी पड़ी है। बारिश में गड्ढे तालाब बन जाते हैं, जिससे आवागमन असंभव हो जाता है। सरकार को हमारी सुध लेनी चाहिए।” एक अन्य ग्रामीण, सरिता देवी ने बताया कि सड़क की खराब हालत के कारण बच्चों को स्कूल जाने और मरीजों को अस्पताल पहुंचने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
करेमुआं से सजा गड्ढा, सरकार पर तंज
बृजेश सिंह यादव ने इस अनोखे प्रदर्शन में सड़क के गड्ढों में करेमुआं लगाकर सरकार की कार्यशैली पर तीखा कटाक्ष किया। उन्होंने कहा, “जब सरकार सड़कों को दुरुस्त करने में नाकाम है, तो हमने सोचा कि इन गड्ढों को करेमुआं से सजाकर सरकार की नजर उतार दी जाए। शायद अब उनकी आंखें खुलें और सड़कें गड्ढामुक्त हों।” उनके इस अनोखे अंदाज ने न केवल स्थानीय लोगों का समर्थन हासिल किया, बल्कि सोशल मीडिया पर भी यह प्रदर्शन चर्चा का विषय बन गया।
नारेबाजी और मांगों का दौर
प्रदर्शन के दौरान “सड़क बनाओ, गड्ढे हटाओ”, “सरकार जागो, जनता की सुनो” जैसे नारों की गूंज से माहौल गरमा गया। बृजेश सिंह यादव ने सरकार से तत्काल सड़क की मरम्मत और गड्ढामुक्त करने की मांग की। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने जल्द ही इस दिशा में कदम नहीं उठाए, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा।
ग्रामीणों की अपील, सरकार की चुप्पी
प्रदर्शन में शामिल ग्रामीणों ने सरकार से अपील की कि सड़क की मरम्मत के लिए तत्काल कदम उठाए जाएं। उन्होंने कहा कि यह सड़क न केवल स्थानीय लोगों के लिए, बल्कि आसपास के गांवों के लिए भी आवागमन का मुख्य जरिया है। सरकार की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, जिससे ग्रामीणों में नाराजगी और बढ़ रही है।
आगे की रणनीति
बृजेश सिंह यादव ने कहा, “यह केवल शुरुआत है। अगर सरकार हमारी मांगों को अनसुना करेगी, तो हम सड़कों पर और बड़े स्तर पर उतरेंगे। जनता की आवाज को दबाया नहीं जा सकता।” उन्होंने ग्रामीणों से एकजुट रहने और अपने हक के लिए लड़ने का आह्वान किया।
यह अनोखा विरोध प्रदर्शन न केवल सड़क की बदहाली को उजागर कर रहा है, बल्कि सरकार की जवाबदेही पर भी सवाल उठा रहा है। बृजेश सिंह यादव का यह अनोखा अंदाज निश्चित रूप से लोगों के बीच चर्चा का विषय बना रहेगा।




