अवधी खबर संवाददाता
अंबेडकरनगर (प्रमोद वर्मा)।
कोतवाली अकबरपुर क्षेत्र के अंतर्गत वी-पैक्स लोदीपुर समिति में हुई लकड़ी चोरी के मामले में पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठने लगे हैं। घटना को बीते अब करीब बीस दिन हो चुके हैं, लेकिन अब तक वह हाइड्रा वाहन (यूपी 45 एटी 7944), जिसका इस्तेमाल चोरी की लकड़ी लादने में किया गया था, पुलिस की गिरफ्त से बाहर है।
मामला उस समय सुर्खियों में आया था जब समिति के चौकीदार साधूसरन वर्मा ने रात के समय चोरी की सूचना दी थी। सूचना मिलते ही ग्रामीणों ने मौके पर पहुंचकर लाल रंग की महिंद्रा ट्रैक्टर ट्रॉली को लकड़ी सहित रंगे हाथ पकड़ लिया था और 112 पुलिस की मदद से उसे अकबरपुर कोतवाली लाया गया था।
चोरों ने हाइड्रा मशीन की मदद से समिति परिसर में गिरे लिप्टस के पेड़ों को चोरी से लाद लिया था, जबकि मौके पर पहुंची पुलिस हाइड्रा को पकड़ नहीं सकी। हाइड्रा चालक वाहन लेकर मौके से फरार हो गया था। पूरी वारदात का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है।
इसके बावजूद बीस दिन बाद भी न तो हाइड्रा वाहन बरामद हुआ है और न ही उसके स्वामी (प्रोपराइटर) की गिरफ्तारी हो सकी है।
स्थानीय ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस की उदासीनता के कारण यह मामला जानबूझकर ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है। लोगों ने पुलिस प्रशासन से मांग की है कि मामले की निष्पक्ष जांच कर तत्काल हाइड्रा वाहन और उसके मालिक को गिरफ्तार किया जाए, ताकि समिति की संपत्ति को भविष्य में सुरक्षित रखा जा सके।




