अवधी खबर संवाददाता
संवाददाता आलापुर अम्बेडकरनगर।जनपद अम्बेडकरनगर के जहांगीरगंज थाना क्षेत्र में पुलिस की बर्बरता का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। तिलक टाण्डा गांव निवासी युवक अंकित पुत्र अच्छेलाल ने आरोप लगाया है कि उसे बिना किसी जुर्म के एसआई प्रमोद खरवार और पांच अज्ञात सिपाहियों ने न सिर्फ जबरन पकड़ा, बल्कि बेरहमी से पीटा, पैसे छीन लिए और उसकी मोटरसाइकिल तक थाने में रख ली।
घटना 10 अप्रैल 2025 की शाम लगभग करीब 8 बजे की बताई जा रही है। अंकित सब्जी लेने के लिए कनैला बाजार गया था, लौटते समय उसे पुलिस गश्त के दौरान एसआई प्रमोद खरवार व अन्य सिपाहियों ने रोक लिया और कुछ स्थानीय युवकों के बारे में पूछताछ करने लगे अरविन्द प्रेम प्रकाश पुत्रगण हरमुन पप्पू पुत्र हरमुन लालसा पुत्र गुनई को जानते होतो जब अंकित ने जवाब दिया कि वे उसके गांव के ही लोग हैं, तो एसआई प्रमोद खरवार ने कहा जिन लोगो का युवक नाम लिया है वह मित्र है हमारे रंजिशन गाली-गलौज शुरू कर दी और मारपीट पर उतारू हो गए।
प्रार्थी के अनुसार, उसे डंडों और लात-घूंसों से बुरी तरह पीटा गया। उसकी जेब में रखे 3500 रुपये भी सिपाहियों ने छीन लिए और जबरन थाने ले जाकर चार घंटे तक बंधक बनाए रखा। आरोप है कि ग्राम प्रधान के माध्यम से जब यह सूचना अंकित के पिता को मिली, तो वे दो अन्य ग्रामीणों के साथ थाने पहुंचे। वहां एसआई द्वारा 2000 रुपये लेकर युवक को छोड़ा गया, लेकिन उसकी नई मोटरसाइकिल थाने में ही जब्त रख ली गई।
अंकित ने मुख्यमंत्री को प्रेषित प्रार्थना पत्र में न्याय की गुहार लगाई है और मांग की है कि आरोपी एसआई प्रमोद खरवार व अन्य सिपाहियों के खिलाफ FIR दर्ज कर कड़ी कार्रवाई की जाए।
यह मामला न केवल पुलिस की मनमानी को उजागर करता है, बल्कि एक आम नागरिक की असहायता और न्याय के लिए उसकी व्यथा को भी सामने लाता है। पीड़ित परिवार का कहना है कि अगर उन्हें न्याय नहीं मिला तो वे जिलाधिकारी कार्यालय के समक्ष धरना देने को मजबूर होंगे।
क्या योगी सरकार इस पुलिसिया बर्बरता पर कोई सख्त कदम उठाएगी या फिर ये मामला भी फाइलों में दबकर रह जाएगा — यह देखने वाली बात होगी।





