अंबेडकर नगर (टांडा)।
विकासखंड टांडा के अंतर्गत ग्राम सभा भसड़ा में विकास कार्यों में गंभीर अनियमितताओं और संभावित भ्रष्टाचार की शिकायतें सामने आई हैं। ग्राम पंचायत सचिव द्वारा सूचना मांगने पर अस्पष्ट और अधूरी जानकारी दी जा रही है,

ग्राम पंचायत सचिव प्रियंका चतुर्वेदी द्वारा दी गई लिखित जानकारी में कहा गया कि “सभी सूचनाएं इ ग्राम स्वराज पोर्टल पर उपलब्ध हैं”, लेकिन पोर्टल पर कार्यों की स्पष्ट लोकेशन और संबंधित विवरण नहीं दिया गया है। यह ई-गवर्नेंस के पारदर्शिता के सिद्धांतों का उल्लंघन है।

मिशन कायाकल्प के तहत खर्च पर सवाल
दिनांक 23 सितंबर 2024 को मिशन कायाकल्प योजना के अंतर्गत ₹1,29,950 का खर्च फर्श पर टाइल्स लगाने के नाम पर दिखाया गया है, लेकिन यह नहीं बताया गया कि कार्य पंचायत भवन, स्कूल या आंगनबाड़ी में हुआ या किस स्थान पर।
मानदेयों में भी पारदर्शिता का अभाव

उसी दिन केयरटेकर के मानदेय के रूप में ₹45,000 और प्रधान के मानदेय के रूप में ₹35,000 का भुगतान दर्शाया गया, लेकिन यह नहीं बताया गया कि यह किस महीने का मानदेय है। नियमानुसार, मानदेय की तिथि, अवधि और भुगतान का स्पष्ट विवरण आवश्यक होता है।
हैंडपंप मरम्मत पर भारी खर्च, लेकिन स्थान अज्ञात
दिनांक 11 मार्च 2025 को ग्राम पंचायत में हैंडपंप मरम्मत के नाम पर ₹9,930 और ₹39,150 खर्च दिखाया गया, परंतु यह नहीं बताया गया कि यह मरम्मत किस स्थान पर, किस लाभार्थी के लिए, या किस प्रकार की मरम्मत थी।
सवाल पूछने पर टालमटोल
ग्राम पंचायत सचिव से जब इन अनियमितताओं के बारे में जानकारी मांगी गई, तो उन्होंने सीधा जवाब देने के बजाय इधर-उधर की बातों में टालने की कोशिश की। ग्रामीणों का आरोप है कि यह रवैया भ्रष्टाचार को छुपाने का संकेत है।
ग्रामीणों ने की उच्चस्तरीय जांच की मांग
स्थानीय ग्रामीणों और जागरूक नागरिकों ने जिलाधिकारी और पंचायत राज विभाग से मांग की है कि इस मामले में स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच कराई जाए, और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।




