रुधौली, बस्ती। नगर पंचायत रुधौली के अध्यक्ष धीरसेन निषाद लगातार विवादों में घिरे होने के बाद भी सीना फुलाकर चल रहे हैं। आपको बताते चले रुधौली पुलिस को कटघरे में खड़ा करने के लिए जल्द ही एक समाजसेवी हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटा सकता है वजह सिर्फ इतनी है कि दो जगह पर चोरी करने वाले नवाब अली को व उसके सहयोगियों को गैंगस्टर मैं डालकर बड़ा अपराधी बनाने का प्रयास कर रही है बेहद गरीब परिवार से जैसा कि सोशल मीडिया व प्रेस नोट में बताया गया कि गैंग लीडर नवाब अली पुत्र अब्दुल बारी ग्राम पीपरपति खुर्द को उत्तर पश्चिम नहर से गिरफ्तार किया गया जबकि परिजनों ने बताया उसको घर से लाकर पूछताछ किया।
उसके उपरांत गैंगस्टर की कार्रवाई की गई जबकि उसके तीन अन्य साथियों को भी उत्तर प्रदेश गिरोह बंद एवं समाज विरोधी क्रियाकलाप निवारण अधिनियम 1986 के तहत मोहम्मद नसीम पुत्र अनवर अली, साहब अली पुत्र जैनुलाह,नबी मोहम्मद पुत्र यार मोहम्मद ग्राम पिपरपाती खुर्द को नामजद डाला गया जबकि परिजनों का कहना है कि विगत एक वर्ष से तीनों लोग मुंबई में रहकर अपने परिजनों का पालन पोषण करने के लिए मेहनत मजदूरी करते हैं। इसके अलावा सोनहा थाना क्षेत्र अंतर्गत में तुरकौलिया गांव मुकदमा संख्या 117/ 24 पूरी तरीके से फर्जी कराया गया किसी कोटेदार के यहां मात्र एक से दो बोरा राशन गायब हुआ था ।
जिसमें सभी लोगों को नामजद कर मुकदमा पंजीकृत कर दिया गया जिसमें इन लोगों का कोई हाथ नहीं है।इसके अलावा रुधौली थाना क्षेत्र में जो एक मुकदमा पंजीकृत हुआ है जिसमें ग्राम आमा में चोरी करने का वीडियो वायरल हुआ और ग्रामीणों ने पकड़कर नवाब अली को मारा पीटा फिर पुलिस के हवाले किया था और सामान बरामदगी भी हुई थी।जबकि तीन अन्य साथी मौके से फरार थे किसी तरह गरीब परिवार के भाई ने कानून का सहारा लेते हुए जमानत करवाया था। उसके बाद अपने परिजनों का जीवन यापन करने के लिए नवाब अली ई रिक्शा चलाकर व मेहनत मजदूरी करके अपने बच्चों का परवरिश करता था।
वहीं दूसरी तरफ रुधौली पुलिस आधा दर्जन से ज्यादा मामले में दर्ज होने के बाद भी सपा के अध्यक्ष धीरसेन निषाद को गिरफ्तार करने में हाथ पांव फूल रही है। लगातार अपने कुकृत्यो से नगर पंचायत रुधौली समेत अन्य क्षेत्र की जनता को कभी नौकरी देने के बहाने शारीरिक शोषण, बलात्कार तो कभी मुलाकात के बहाने गाड़ी चला कर हत्या, तो कभी पत्रकार को मोहर्रम की खबर चलाने पर मारपीट व लूट,अथवा ठेकेदार द्वारा कराए गए कार्य का पेमेंट न मिलने पर भ्रष्टाचार का मुकदमा व धरना,तो कभी जमीनी विवाद की खबर चलाने को लेकर पत्रकार से मारपीट की जाती है इसके अलावा भी बहुत सारे भ्रष्टाचार के मामले दर्ज होने के बावजूद भी रुधौली पुलिस संरक्षण देने का काम कर रही है यूं ही नहीं समाजवादी पार्टी पूरे प्रदेश से बहिष्कृत होती जा रही है कुछ चंद्र भ्रष्टाचारी नेताओं के चलते पूरा समाज जिसको आसान शब्दों में पीडीए कहते हैं।
समाज से तिरस्कृत, अपमानित व बिना अपराधी हुए भी अपराधी बना दिया जा रहा है। ऐसे लोगों पर गैंगस्टर अथवा लाइसेंसी रिवाल्वर निरस्त न करने की हिम्मत सिर्फ पैसा है। भाजपा सरकार भी जहां एक तरफ जीरो टॉलरेंस नीती का हवाला देकर खुद को स्वच्छ कहने में तनिक भी गुरेज नहीं कहती है तो उनकी सरकार में ऐसे लोगों पर कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है एक बड़ा सवाल बना हुआ है।
रुधौली पुलिस ने पीड़ित पत्रकार राज आर्य की सुसाइड नोट पर देर रात्रि एससी एसटी मारपीट सहित अन्य धाराओं का मुकदमा पंजीकृत करती है वरना लीपा पोती कर ऐसे अपराधियों को संरक्षण देकर खुले में घूमने न देती।
नगर पंचायत अध्यक्ष द्वारा सताए गए विभिन्न लोगों ने सोशल मीडिया व अन्य माध्यमों से बताया कि यदि उनके खिलाफ रुधौली पुलिस समेत अन्य उच्च अधिकारी इनका वित्तीय अधिकार व लाइसेंसी रिवाल्वर निरस्त नहीं करती तो बड़े स्तर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जनता दरबार में जाएंगे और न्याय की गुहार लगाएंगे यदि वहां भी न्याय नहीं मिलता तो उन्हीं के सामने आत्मदाह कर जान दे देंगे।





