
अंबेडकर नगर। भ्रष्टाचार चलता रहेगा चाहे प्रदेश में किसी की भी सरकार हो चाहे योगी आदित्यनाथ हों या अखिलेश यादव या मायावती सरकारी कर्मचारियों का भ्रष्टाचार कम नहीं होगा ताजा उदाहरण भीटी तहसील के मुस्तफाबाद धान क्रय केंद्र का है यहां के सचिव का कंप्यूटर सिस्टम किसी और के पास रहता है जो अपने मनमानी ढंग से चालान काटता है और सचिव महोदय शांतिपूर्वक उसका हर कहां मानते हैं आखिर वह इतने मजबूर क्यों है भ्रष्टाचार के कारण या कोई दबाव उनको ऐसा करने पर मजबूर कर रहा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार भीटी तहसील के धान क्रय केंद्र साधन सहकारी समिति मुस्तफाबाद में शासन के आदेश के अनुसार तीन मिले अटैच की गई थी लेकिन सचिव महोदय के द्वारा सिर्फ एक ही मिल को ज्यादा से ज्यादा धान अलॉटमेंट किया जा रहा है बाकी मिलों को नजरअंदाज कर दिया गया है आखिर ऐसा किस कारण हो रहा है कौन से भ्रष्टाचार के कारण हो रहा है यही सोचने वाली बात है अभी तक इस केंद्र पर 11953 कुंतल 62 किलो धान की खरीद की गई है पत्रकार द्वारा यह पूछने पर की तीनो मिलों को कितना-कितना वितरण किया गया है यह जानकारी साधन सहकारी समिति के सचिव के पास नहीं है उन्होंने बताया कि मेरा सिस्टम दूसरी जगह है और वहीं से चलान वगैरा काटा जाता है जिस समय सचिव महोदय से बात हुई उस समय 25 चालान काटा गया था और उसके बाद अचानक चार चालान वह काट करके धान को लगभग समाप्त कर दिया गया बताया जाता है कि इस क्रय केंद्र पर भ्रष्टाचार इतना बढ़ गया है कि यहां किसान से खरीद कम होती है फर्जी किसानों से बड़े पैमाने पर खरीद की जाती है इस तरह की लूट योगी आदित्यनाथ की सरकार में अन्य सेंटरों पर भी की गई है और जो सेंटर चल रहे हैं उन पर भी यही कार्य लगातार किया जा रहा है किसान का कहीं से धान नहीं आ रहा है लेकिन उसके बाद भी चल रहे सेंट्रो पर अंगूठा लगाए जा रहा है पैसे भेजे जा रहे हैं चारों तरफ पूरी तरह से लूट मची हुई भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा के मंडल अध्यक्ष अजय सिंह किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष पवन सिंह ने इस पूरे प्रकरण की जांच के लिए मुख्यमंत्री को पत्र भेज कर जांच कराए जाने की मांग की है





