अवधी खबर संवाददाता
अंबेडकरनगर। सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सख्त होने के बाद भी भ्रष्टाचार का आलम यह है कि बिना पैसा दिए आपका काम नहीं होने वाला है जिला अधिकारी कार्यालय के बगल में ही इतना बड़ा भ्रष्टाचार किया जा रहा है मूल रूप से लेखपाल पद पर कार्यरत व मौजूदा समय में जिलाधिकारी कार्यालय भूलेख विभाग में संबद्ध लेखपाल सत्य प्रकाश वर्मा से संबंधित है।
मिली जानकारी के मुताबिक करीब 20 वर्षों से एक ही पटल पर जमे हुए हैं जिसके चलते भ्रष्टाचार की जड़े मजबूत हो चुकी हैं विभाग से रिटायर हुए कर्मचारी के पेंशन आदि के लिए 10 से 20 हजार रूपए की मांग कर उनका शोषण किया जा रहा है। नाम न छापने के शर्त पर एक कर्मचारी ने बताया कि 6- 6 महीने से बिल बुक बना कर रखा गया होगा ट्रेजरी में उनका पैसा नहीं लग रहा है बहुत सारी ऐसी फाइल उनके कार्यालय में मौजूद मिलेंगी उसका केवल एकमात्र कारण है बिना पैसा दिए कार्य नहीं हो सकता है।
उसने यह भी बताया कि वेतन के अलावा जो भी कार्य होता है उसमें बिना पैसा लिए कार्य को नहीं करते हैं। उसने यह भी बताया की आज तक इनका पटल चेंज नहीं हुआ अगर पटल भी चेंज हो जाए तो सभी को राहत मिल जाए लेकिन पानी में रहना है तो मगरमच्छ से बैर कौन कर सकता है।
सूत्रों के अनुसार करीब 20 वर्षों से इस पट पटल पर तैनाती के दौरान अकबरपुर में एक आलीशान मकान के साथ दो से तीन स्थानों पर जमीन भी खरीदी गई है।





