 
									अवधी खबर संवाददाता
अम्बेडकरनगर। मोहल्ला मीरानपुर स्थित बड़े इमामबाड़े में मास्टर फसाहत हुसैन इब्ने तौकीर हुसैन के पुण्य हेतु मजलिस कार्यक्रम का आयोजन हुआ। जिसमें अनेक लोगों ने सोजखानी और पेशखानी किया।
बतौर वक्ता जामा मस्जिद ताजपुर के पेशइमाम मौलाना अब्बास अली शीराजी ने संबोधित करते हुए कहा जब लोग गलत बात सुनने के आदी हों तो उन्हें सत्य वचन बुरा लगना स्वाभाविक है। मौला अली के हवाले से उन्होंने कहा ताल्लुकात बरकरार रखना है तो अच्छाई बयान करो और संबंध तोड़ना है तो सच्चाई बयान करो। विश्व में सबसे अधिक पढ़ी जाने वाली धार्मिक पुस्तक कुरान के मानने वाले कुरान के दिशा-निर्देशों पर अमल करें तो तमाम बुराईयां स्वत: समाप्त हो सकती हैं। सिर्फ कुरान को पढ़ लेना काफी नहीं है बल्कि उसे समझ कर पढ़ना जरूरी है।
मौलाना शीराजी ने जोर देकर कहा कि तदफीन के वक्त कब्रिस्तान से लौटने में जल्दबाजी नहीं दिखानी चाहिए, बल्कि मिट्टी देने के उपरांत सात बार इन्ना अनज़लना की सूरह पढ़ कर दिवंगत की आत्मा को बख़्शना आवश्यक है। चेतावनी के तौर पर कहा कि किसी के लिए फातिहा पढ़ोगे तो तुम भी उसके हकदार होगे। उससे पहले रजी अकबरपुरी, इफ्तेखार हुसैन, दानिश अली, जर्रार हुसैन, महफूज अली आदि ने पेशखानी किया। आयोजक आसिम, सोनू, मोनू, ज्या और गुफरान ने अतिथियों का स्वागत किया।





