जलालपुर अंबेडकर नगर
जलालपुर कस्बे के यादव चौराहे पर स्थित एस के फिलिंग स्टेशन पर घटतौली का सनसनीखेज मामला सामने आया है। रविवार की शाम एक उपभोक्ता ने पेट्रोल पंप पर डेढ़ सौ रुपये का पेट्रोल अपनी बाइक में भरवाया, लेकिन फ्यूल इंडिकेटर के ऊपर न चढ़ने पर संदेह हुआ। शिकायत करने पर कर्मचारी आक्रामक हो गया, जिसके बाद विवाद बढ़ता चला गया।
तहसील क्षेत्र के फरीदपुर गांव के रहने वाले इस उपभोक्ता ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर बताया कि वह सुल्तानपुर रिश्तेदारी के लिए जा रहा था। शाम करीब 3:00 बजे उसने पेट्रोल भरवाया, लेकिन मात्र डेढ़ सौ रुपये के पेट्रोल से बाइक का इंडिकेटर नहीं बढ़ा। शिकायत करने पर न सिर्फ कर्मचारी ने उल्टा उग्र रवैया अपनाया, बल्कि पंप मैनेजर और मालिक भी कर्मचारी के पक्ष में आ गए और अपनी गलती मानने से इनकार कर दिया।
व्यापार मंडल की पहल से खुली पोल
विवाद की सूचना मिलते ही व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष आनंद जायसवाल और मंत्री देवेश मिश्रा मौके पर पहुंचे। दोनों पक्षों को शांत कराते हुए उन्होंने उपभोक्ता की बाइक की टंकी से पेट्रोल निकलवाया। जांच में चौंकाने वाला खुलासा हुआ कि डेढ़ सौ रुपये का पेट्रोल एक लीटर से भी कम निकला। यह साफ हो गया कि पंप पर घटतौली की जा रही थी।
संचालक ने मानी गलती, कर्मचारी को बनाया बलि का बकरा
अपनी गलती पकड़े जाने के बाद पेट्रोल पंप संचालक ने फौरन कर्मचारी को दोषी ठहराते हुए उसे नौकरी से हटा दिया। साथ ही, पीड़ित उपभोक्ता को पूरा तेल देकर मामले को रफा-दफा करने की कोशिश की। संचालक ने माफी मांगते हुए गलती स्वीकारी, जिसके बाद उपभोक्ता ने दोबारा ऐसी हरकत न करने की चेतावनी दी और कानूनी कार्रवाई से पीछे हट गया।
घटना से उठे सवाल
यह घटना पेट्रोल पंपों पर घटतौली की पुरानी शिकायतों को फिर से चर्चा में ला रही है। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस तरह की धोखाधड़ी आम उपभोक्ताओं के साथ अक्सर होती है, लेकिन जागरूकता और सबूतों के अभाव में मामले दब जाते हैं। व्यापार मंडल ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए भविष्य में ऐसी शिकायतों पर सख्त निगरानी का भरोसा दिलाया है।




