जलालपुर अंबेडकर नगर,
समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद रामजी लाल सुमन द्वारा महाराणा सांगा के खिलाफ आपत्तिजनक भाषा के प्रयोग को लेकर जनपद अंबेडकर नगर में व्यापक आक्रोश देखा जा रहा है। इसी क्रम में जलालपुर क्षेत्र की कोकिला अधिकारी के माध्यम से महामहिम राष्ट्रपति को एक ज्ञापन सौंपा गया, जिसमें सांसद सुमन के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की गई है।
ज्ञापन में कहा गया कि समाचार पत्रों, सोशल मीडिया और विभिन्न न्यूज़ चैनलों के माध्यम से यह जानकारी सामने आई है कि सपा सांसद रामजी सुमन ने पार्टी के इशारे पर देश में तुष्टिकरण और जातीय उन्माद फैलाने के उद्देश्य से अपनी जहरीली जुबान से भारत के वीर पुरुष, देशभक्त, स्वाभिमानी, धर्म और संस्कृति के रक्षक महाराणा सांगा के बारे में अपमानजनक शब्दों का प्रयोग किया है। ज्ञापन में सवाल उठाया गया कि क्या सुमन को इतिहास की पूरी जानकारी है? इसमें उल्लेख किया गया कि महाराणा सांगा ने लगभग 100 युद्ध लड़े, जिसमें उन्होंने इब्राहिम लोदी को हराया और बयाना के युद्ध में बाबर को भी परास्त किया।
इतिहासकारों के अनुसार, 99 युद्धों में महाराणा सांगा निर्णायक रूप से विजयी रहे। उनके शरीर पर 80 घाव थे, एक पैर, एक आंख और एक हाथ विभिन्न युद्धों में गंवाने के बावजूद उन्होंने देश और धर्म की रक्षा के लिए संघर्ष जारी रखा।
ज्ञापन में यह भी कहा गया कि खानवा का युद्ध अनिर्णीत रहा, क्योंकि यदि लुटेरा बाबर विजयी होता तो दिल्ली की तरह मेवाड़ भी उजड़ जाता। लेकिन मेवाड़ कभी पराजित नहीं हुआ। महाराणा सांगा ने ब्राह्मण, वैश्य, पिछड़ा, दलित, आदिवासी, जाट, राजपूत और मेवाड़ी सहित सभी वर्गों के लोगों के साथ मिलकर बाबर से देश की सुरक्षा के लिए युद्ध लड़ा। आरोप लगाया गया कि सपा सांसद द्वारा उनके इस बलिदान का अपमान जानबूझकर किया जा रहा है।
ज्ञापन में समाजवादी पार्टी के इतिहास पर भी निशाना साधा गया। कहा गया कि सपा का इतिहास राम भक्तों पर गोली चलवाने, गेस्ट हाउस कांड और मुंबई में नंगा नाच जैसे विवादों से भरा रहा है। इस तरह के बयान से समाज के लोगों में गहरा रोष है और सपा सांसद पर कठोर कार्रवाई की मांग की गई है।
इस कार्यक्रम में भाजपा के वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता शामिल रहे, जिनमें डॉ. महेंद्र प्रताप चौहान (जिला महामंत्री, किसान मोर्चा, अंबेडकर नगर), रवि सिंह (पूर्व मंडल अध्यक्ष, भाजपा), हरि दर्शन राजभर (पूर्व मंडल अध्यक्ष), बृजेश सिंह (मंडल अध्यक्ष, किसान मोर्चा), गजेंद्र चौहान, पारस चौहान (वरिष्ठ भाजपा नेता), राजाराम प्रजापति, जय सिंह कनौजिया और अन्य प्रमुख नाम शामिल हैं। इस घटना ने स्थानीय स्तर पर राजनीतिक माहौल को गरमा दिया है और सपा सांसद के बयान के खिलाफ विरोध प्रदर्शन तेज होने की संभावना जताई जा रही है।




