अवधी खबर संवाददाता
दिल्ली। द्वारिका मोड़ के पास बपरोल रोड, लाल स्कूल के सामने सुनील वाटिका में कुर्मी समाज दिल्ली के प्रदेश महासचिव सुनील कुमार पटेल ने अपने पिताजी के दिवंगतोंप्रांत मृत्युभोज उत्सव का बहिष्कार करते हुए श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया। इस दौरान सर्व प्रथम सुनील पटेल के परिवार के सदस्यों ने दीप प्रज्वलित कर तथा पूज्य पिताजी के तैल चित्र पर पुष्प अर्पित करते हुए भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित किया।

कार्यक्रम मे प्रयागराज से पधारे भारतीय कुर्मी महासभा उत्तर प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष डा0 हरिश्चंद्र पटेल, कुशीनगर से पधारे भारतीय कुर्मी महासभा के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ परशुराम पटेल, राजेंद्र नगर, गाजियाबाद से पधारे वरिष्ठ समाजसेवी महेंद्र सिंह, कुर्मी समाज दिल्ली के कर्मठ अध्यक्ष गोपाल राय, कुर्मी महासभा दिल्ली के प्रदेश अध्यक्ष अवधेश कुमार पटेल, कुर्मी महासभा दिल्ली के युवा प्रदेश अध्यक्ष इंद्र कुमार पटेल,
कुर्मी महासभा के राष्ट्रीय सचिव आर एन राय सहित तमाम सामाजिक संगठनों के प्रबुद्ध पदाधिकारी गण व समाजसेवियों ने सुनील कुमार पटेल को उनके पिताजी के बताए हुए पदचिन्हों पर चलने के लिए तथा आगे समाज के दायित्वों को कुशलता पूर्वक निभाने की जिम्मेदारी सौंपते हुए उन्हें प्रतीक स्वरूप साफा बांधकर उनके साथ हर समय खड़े रहने का संकल्प लेते हुए उनको व उनके परिवार के सभी सदस्यों को संबल प्रदान किया।
तत्पश्चात उपस्थित सभी मातृ शक्तियों ने सुनील कुमार पटेल की पूजनीय माता जी को अंग वस्त्र भेंट कर उन्हें ढाढस बताते हुए संबल प्रदान किया।
इस दौरान भारतीय कुर्मी महासभा उत्तर प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष तथा मुख्य वक्ता डॉक्टर हरिश्चंद्र पटेल ने मृत्युभोज उत्सव जैसी पशुवत प्रवृत्ति जो कि समाज के लिए अभिशाप है। उस पर कारारा कुठाराघात करते हुए समाज को इसे शीघ्र से शीघ्र त्याग देने पर बल दिया तथा अपने बच्चों को टेक्निकल व व्यवसायिक शिक्षा दिलाने के लिए प्रेरित किया। जिससे उन बच्चों के बेहतर भविष्य का निर्माण हो सके। आगे उन्होंने कहा कि कुर्मी समाज तमाम अंधविश्वास, पाखंडवाद एवं सामाजिक कुरीतियों में जकड़ा हुआ है।
हमे इन सभी सामाजिक विसंगतियों से निकलकर भावी प्रगतिशील समाज एवं राष्ट्र का निर्माण करने पर बल देना चाहिए। उन्होंने कई उदाहरण के माध्यम से समाज को परंपरागत, अर्थहीन व उद्देश्य विहीन सामाजिक विसंगतियों, कुरीतियों, अंधविश्वास एवं पाखंडवाद पर विशेष रूप से जागरूक किया। उपस्थित महिलाओं को विशेष रूप से संबोधित करते उन्होंने कहा कि हमारी माताओं एवम बहनों को परिवार व समाज में व्याप्त तमाम परंपरागत विसंगतियों को शीघ्र से शीघ्र त्याग देना चाहिए जिससे हम सब एक उत्तम और उत्कृष्ट परिवार व राष्ट्र का सृजन कर सकें।
इस दौरान समाज के प्रबुद्ध समाजसेवियों ने अपने-अपने विचारों को रखते हुए दिल्ली में मृत्यु भोज उत्सव बहिष्कार की शुरुआत करने पर सुनील कुमार पटेल एवं उनके परिवार के सदस्यों को बार-बार नमन करते हुए भूरि भूरि प्रशंसा किया।
कार्यक्रम का कुशल संचालन अमरेश मौर्य एवं विद्यासागर पटेल ने किया। श्रद्धांजलि सभा कार्यक्रम के दौरान सैकड़ो लोग उपस्थित रहे।





