अवधी खबर संवाददाता
अयोध्या। डॉक्टर इस वास्तविक संसार के वास्तविक हीरो होते हैं, जो जीवन की रक्षा करते हैं एक अच्छा चिकित्सक दवाई कम और स्वास्थ्य सलाह अधिक देता हैं, हर मरीज अपने अंदर अपना डॉक्टर लेकर चलता है। यह कोई कहानी बल्कि हकीकत भी हैं जब कोई मरीज अपने डॉक्टर से पूर्ण रूप से संतुष्ट हो जाता है तो मरीज अक्सर उसी डॉक्टर से इलाज कराने में आराम महसूस करता है, और डॉक्टर को भी अपने कर्तव्यों का निर्वाहन करना चाहिए ताकि मरीज हमेशा स्वस्थ रहें।

ऐसे ही चिकित्सा क्षेत्र में 22 अप्रैल को राजर्षि दशरथ मेडिकल कॉलेज अयोध्या के चिकित्सक डॉ0 अवधेश कुमार वर्मा (पीडियाट्रिक नेफ्रोलॉजी) विभाग की टीम के द्वारा पहली बार एक 14 वर्षीय बच्चें की किडनी बॉयोप्सी सफलतापूर्वक होने पर कृतिमान स्थापित किया है। डॉ0 अवधेश कुमार वर्मा ने बताया कि किडनी बॉयोप्सी एक ऐसी प्रक्रिया हैं, जिसमें किडनी के ऊतक का एक छोटा नमूना निकाला जाता हैं। ताकि माइक्रोस्कोप के नीचे जांच की जा सके और पता लगाया जा सके की किडनी सही तरीके से काम कर रही है कि नहीं किडनी में और कोई समस्या तो नहीं। किडनी बॉयोप्सी का उपयोग गुर्दे के कार्य मे अस्पष्टीकृत कमी हो व मूत्र के रक्त या प्रोटीन का लगातार पता चल सके और प्रत्यारोपित किडनी ठीक से काम नहीं कर रही हैं।
ऐसे बीमारियों में बॉयोप्सी करने की विशेष आवश्यकता पड़ती है। हालांकि बॉयोप्सी की जांच कराने के लिए अक्सर मरीजों को जनपद से बाहर हायर सेन्टरों में जाना पड़ता था। डॉ0 अवधेश कुमार वर्मा ने यह भी बताया कि इस सफलता में विशेष कर डॉ0 वीरेन्द्र रेडियोलॉजिस्ट सहित अन्य स्टॉप का सहयोग रहा सभी टीम के सहयोगियों का आभार एवं धन्यवाद व्यक्त किया। डॉ0 अवधेश कुमार वर्मा के इस विशेष अनुभव और उपलब्धि पर सांसद लालजी वर्मा, श्रावस्ती सांसद चौधरी रामशिरोमणि वर्मा, जिला पंचायत अध्यक्ष श्याम सुंदर उर्फ साधू वर्मा, पूर्व एमएलसी विशाल वर्मा, पूर्व लोकसभा प्रत्याशी आशुतोष भारतीय नागरिक, समाजसेवी अरविन्द वर्मा, संतोष वर्मा, सहित अन्य राजनेता व डॉक्टर्स ने बधाई एवं शुभकामनाएं प्रेषित किया।





