पूर्व में भी मीडिया पड़ताल के दौरान मानक विहीन सामग्री का हो रहा था प्रयोग
धीरेंद्रनाथ वर्मा
अंबेडकरनगर (अवधी खबर)। सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन उन्ही की सरकार में उनके जिम्मेदार अधिकारियों कर्मचारियों की मिली भगत से लगातार भ्रष्टाचार को अंजाम दिया जा रहा है।

जीरो टॉलरेंस की नीति जमीनी हकीकत से कोसों दूर चल रही है लगातार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बदनाम करने में जुटे हुए हैं। आश्रम पद्धति विद्यालय में निर्माणाधीन डाइनिंग हॉल में जमकर मानक के विपरीत सामग्री का प्रयोग किया जा रहा है। दोयम दर्ज की ईट का प्रयोग ठेकेदार के द्वारा अपने मनमानी ढंग से कराया जा रहा है।
मिली जानकारी के अनुसार जनपद के कटेहरी ब्लॉक अन्तर्गत प्रतापपुर चमुर्खा में आश्रम पद्धति विद्यालय वर्ष 2018 में निर्माण कार्य शुरू हुआ था। इसमें अधिकतम 500 छात्र-छात्राओं को प्रवेश की सुविधा है। इस विद्यालय में 16 शिक्षकों की तैनाती भी होना था।
गौरतलब है कि कमजोर वर्ग के छात्र-छात्राओं को शिक्षा के साथ ही आवासीय सुविधा उपलब्ध कराने के लिए शासनस्तर से आश्रम पद्धति विद्यालयों का प्रबंध है।
सरकार ने तय किया कि कटेहरी विकासखंड में भी ऐसा ही विद्यालय स्थापित किया जाए। प्रतापपुर में भूमि के चयन आदि का कार्य पूरा होने के बाद निर्माण कार्य भी शुरू करा दिया गया था। जिसका निर्माण कार्य 8 माह के भीतर पूरा कर बच्चों का दाखिला होना तय किया गया था। लगभग 24 करोड़ रुपये की लागत से ये आवासीय विद्यालय बन कर तैयार होना था। इसमें छात्र-छात्राओं के रहने के साथ ही उनकी शिक्षा के लिए जरूरी कमरों का निर्माण शुरू हुआ था।
समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित होने वाले इस विद्यालय का निर्माण कार्य अभी चल रहा है। मीडिया की पड़ताल में यह देखने को मिला कि जो विद्यालय में डायनिंग हाल बन रहा हैं। जिसका निर्माण कार्य मानक विहीन सामग्री से किया जा रहा है। पूर्व में भी मीडिया पड़ताल के दौरान मानक विहीन सामग्री का प्रयोग हो रहा था।




