खादी को खाक में मिलाकर रख दिया खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड के अधिकारी
अवधी खबर संवाददाता
अंबेडकरनगर। केंद्र की सरकार लाख दावा करें हमारा देश भ्रष्टाचार मुक्त हो रहा है उत्तर प्रदेश की सरकार लाख दावा करे हम भ्रष्टाचार को जड़ से खत्म कर देंगे और केंद्र और प्रदेश में भाजपा की सरकार है इसलिए कहा जाता है कि उत्तर प्रदेश में डबल इंजन की सरकार है और यहां पर भ्रष्टाचार आतंकवाद गुंडागर्दी सब बंद होगा लेकिन यह केवल हवा हवाई साबित हो रहा है। मामला अंबेडकर नगर जिले के खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड से संबंधित है।

केंद्र की सरकार और उत्तर प्रदेश की सरकार समय-समय पर बेरोजगार को रोजगार सृजन करने के लिए सहायता प्रदान करती है जिसके लिए बैंक और खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड के सहयोग से काम होता है लेकिन अंबेडकर नगर के बैंक और खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड ने मिलकर अंबेडकर नगर को लूटकर खोखला बना दे रहे हैं जिले में ऐसे कई मामले सामने आए जिसमें कुछ इस प्रकार हैं।
पूरा मामला विकासखंड बसखारी के ग्राम सभा तरौली मुबारकपुर का है ग्राम सभा के निवासी सुग्रीव पुत्र मायाराम मछली पालन के लिए खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड एवं यूनियन बैंक कठोखर के सहयोग से लोन लिया और दौलतपुर ग्राम सभा में मछली पालन के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र दिया गया जब मीडिया सर्वे किया गया जहां के लिए अनापत्ति पत्र है वहां पर तालाब है ही नहीं जब इसकी शिकायत मुख्यमंत्री पोर्टल पर किया गया तो मामला चौंकाने वाला आया और रिपोर्ट लगाने में शायद खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड के अधिकारी का माथा ही फेल हो गया क्योंकि जो रिपोर्ट लगाया है उसको पढ़कर हर कोई कहेगा अधिकारी लगता पढ़ा लिखा नहीं है।

बताना चाहते हैं कि शिकायत किया गया कि तालाब दौलतपुर ग्राम सभा में नहीं है जिस पर खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड के अधिकारी ने रिपोर्ट लगाया कि यह तालाब दूसरे ग्राम सभा में किराए की जमीन पर खोला गया है और साथ ही रिपोर्ट लगा दिया कि शिकायतकर्ता का शिकायत निराधार है अब बताना चाहते हैं कि शिकायतकर्ता का शिकायत निराधार कैसे हो सकता है क्योंकि शिकायतकर्ता भी कह रहा है कि जहां का अनापति प्रमाण पत्र है वहां पर तालाब नहीं है। इस मामले में ग्राम प्रधान का हस्ताक्षर फर्जी निकला क्योंकि वर्गी निजामपुर की प्रधान पूनम देवी ने लिख कर दिया है उक्त तालाब हमारे ग्राम सभा में नहीं है और जो तालाब के चारों तरफ चौहद्दी दिखाई गई है वह भी पूरी तरीके से गलत है और यहां तक की प्रधान का हस्ताक्षर भी गलत है।
अब देखिए खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड के अधिकारी का चाल चलन प्रधान कह रहा है कि हमारा हस्ताक्षर फर्जी है और बोर्ड के अधिकारी कह रहे शिकायत निराधार है क्या अधिकारी दूसरों को बेवकूफ समझते हैं। जल्दी शासन से मांग की जाएगी ऐसी अधिकारी के ऊपर सख्त कार्रवाई की जाए जिससे भविष्य में आने वाले ऐसे अधिकारी ऐसे फर्जी वाड़ा न कर सके।
जन सुनवाई और सी पी ग्राम पर बिना आख्या रिपोट
अब तो देखा जाता था अन्य विभाग शिकायत को स्पेशल क्लोज करते है थे पर आख्या मे कुछ न कुछ रिपोट जरूर लगाते है पर खादी एंव ग्रामोद्योग बोर्ड फर्जी वाडा मे सबसे आगे है क्योकि खादी एंव ग्रामोद्योग बोर्ड के निस्तारण मे बिना आख्या रिपोट लोड किए आख्या देखे आप्सन आ रहा है।




