गोंडा। जिले के इटियाथोक शिक्षा क्षेत्र में एक लेखाकार का अध्यापकों से कार्यालय में रिश्वत लेते हुए वीडियो वायरल हुआ था, जिसके संबंध में कई अखबारों व चैनलों में खबर प्रकाशित व प्रसारित की गई थी। लेकिन पंद्रह दिन से अधिक बीतने के बावजूद भी लेखाकार और सहयोगी सहायक अध्यापक के विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं की गई। बताया जाता है कि प्रकरण जिला अधिकारी और बेसिक शिक्षा अधिकारी दोनों के संज्ञान में है। दोनों लोगों द्वारा कार्यवाही का आश्वासन दिया गया था,लेकिन पंद्रह दिन के बाद भी कार्रवाई नहीं हुई है।
वहीं विश्वस्त सूत्रों की मानें तो लेखाकार विनोद गुप्ता का कहना है कि मामले को सलटवाने के लिए एक लाख रुपए देना पड़ा,तब जाकर किसी तरह जान बची। मामले में जानकारी करने के लिए बेसिक शिक्षा अधिकारी से दूरभाष के माध्यम से संपर्क करने का प्रयास किया गया लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका।





