- राजस्व टीम के चिन्हांकन के बाद भी परसरामपुर पुलिस नही होने दे रहा निर्माण कार्य – पीड़ित
- हल्का सिपाही सौरभ सिंह पर 01 लाख रुपए घूस मांगने का पीड़ित ने लगाया आरोप
- DIG ने मामले को गंभीरता से लेकर जांच कर कार्यवाही करने का दिया आश्वासन
परसरामपुर, बस्ती। परसरामपुर थानाध्यक्ष भानु प्रताप सिंह पर जबरन निर्माण कार्य रोकने व उत्पीड़न करने का पीड़ित रंगी लाल वर्मा व चिन्ता राम वर्मा ने आरोप लगाया है पीड़ित रंगी लाल वर्मा ने पुलिस अधीक्षक अभिनंदन व डीआईजी से न्याय की गुहार लगाई है ।
आपको बता दें कि परसरामपुर थाना के अन्तर्गत ग्राम पंचायत सलेमपुर पाण्डेय निवासी रंगी लाल वर्मा व चिन्ता राम वर्मा अपने पूर्वजों के बसे स्थान पर अर्थात् लगभग 50 वर्षों से पहले बने मकान पर नये घर का निर्माण कार्य शुरू किया है जो डीही की आबादी की जमीन है जिस पर बीसों साल से नींव पड़ी हुई है। पीड़ित जब उस पर निर्माण करना शुरू किया तो गांव के राम निरंजन पुत्र अदालत ने पीड़ित रंगी लाल वर्मा व चिन्ता राम वर्मा एव पीड़ित के पिता रघुनन्दन के नाम से शिकायती प्रार्थना पत्र परसरामपुर थाने पर दिया कि गाटा संख्या 662 क/0.180हे0 जो कागजात में सरकारी गड़हा दर्ज है ।
गड़हा की जमीन चल रहे निर्माण कार्य को राजस्व टीम से चिन्हांकन (पैमाइश ) करने के बाद ही निर्माण कार्य कराने की विपक्ष ने मांग की थी ।
विपक्षी राम निरंजन ने प्रार्थना पत्र की जांच एस०डी०एम० हर्रैया बस्ती द्वारा कराया गया था तब हल्का लेखपाल और कानूनगो ने मौके पर जाकर स्थलीय निरीक्षण व भौतिक सत्यापन किया तो पता चला कि नवनिर्माण कार्य गढ्ढे में न होकर पीड़ित की जमीन में है । राजस्व टीम ने पीड़ित रंगी लाल वर्मा के पक्ष में रिपोर्ट प्रेषित किया है । थाने के हल्का सिपाही सौरभ सिंह बार-बार मौके पर जाकर काम रोकवाते है और एक लाख रूपया निर्माण करने के एवज में रिश्वत मागते है न देने पर माँ बहन की भद्दी-भद्दी गालियां देकर संगीन मुकदमें में फंसा कर जिन्दगी बर्बाद कर देने की धमकी देते हैं। निर्माण न होने से पीड़ित की अपूर्तिनीय क्षति हो रही है। पीड़ित के पक्ष में राजस्व टीम द्वारा रिपोर्ट प्रेषित करने के बाद भी नव निर्माण कार्य को रोकना थानाध्यक्ष भानु प्रताप सिंह पर सवालिया निशान खड़ा कर रहा है ।

थानाध्यक्ष द्वारा उच्च अधिकारियों को गुमराह करके निर्माण कार्य रोका जा रहा है जिससे पीड़ित परिवार न्याय के लिए दर – दर भटक रहा है । थानाध्यक्ष पीड़ित को न्याय दिलाने के बजाए पीड़ित व पीड़ित के परिवार को परेशान कर रहे हैं । आखिर क्यों थानाध्यक्ष भानु प्रताप सिंह नव निर्माण कार्य में रोड़ा बन रहे हैं ? जिसको लेकर जिले में तरह -तरह की चर्चाएं चल रही है । पीड़ित रंगी लाल वर्मा ने पुलिस अधीक्षक व डीआईजी से शिकायती पत्र की निष्पक्ष जांच कराकर राम निरंजन व थाने के सिपाही सौरभ सिंह के विरूद्ध वैधानिक कार्यवाही करने की मांग किया है । उक्त प्रकरण में डीआईजी ने जांच कर कार्यवाही करने का आश्वासन दिया है ।




