श्रीकृष्ण जन्मोत्सव पर गूंजे जयकारे
अवधी खबर संवाददाता
अंबेडकरनगर।
भीटी क्षेत्र के रामे पांडेय के पुरा गांव में चल रही संगीतमयी श्रीमद् भागवत कथा के छठे दिन कथा पंडाल भक्ति भाव से सराबोर रहा। कथा का प्रवचन प्रसिद्ध कथावाचक पंडित तुलसीराम शास्त्री महाराज ने किया, जबकि सतेंद्र कुमार पांडेय मुख्य यजमान के रूप में उपस्थित रहे।
पंडित तुलसीराम शास्त्री ने अपने मधुर प्रवचन में कहा कि “राम नाम का जाप करने से जीवन के सारे दुख, संकट और क्लेश मिट जाते हैं।” उन्होंने कथा के दौरान श्रीकृष्ण जन्मोत्सव का जीवंत वर्णन करते हुए भगवान कृष्ण की बाल लीलाओं, गोवर्धन पर्वत धारण और रासलीला के प्रसंगों को भावनाओं से ओतप्रोत करते हुए प्रस्तुत किया।
उन्होंने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव केवल एक धार्मिक उत्सव नहीं, बल्कि यह प्रेम, त्याग और आत्मा-परमात्मा के मिलन का प्रतीक है। उनकी लीलाओं में गूढ़ आध्यात्मिक संदेश निहित हैं, जो मानव जीवन को धर्म, करुणा और सत्य के मार्ग पर ले जाते हैं।
जैसे ही कथा में श्रीकृष्ण जन्म का प्रसंग आया, भजनों और ढोल-मंजीरों की गूंज से पूरा पंडाल झूम उठा। उपस्थित भक्त “नंद के आनंद भयो, जय कन्हैया लाल की” जैसे भजनों पर थिरकते नजर आए।
कथा के छठे दिन सैकड़ों श्रद्धालु उपस्थित रहे। कथा स्थल पर भक्ति और उल्लास का अद्भुत संगम देखने को मिला। कथा का समापन सातवें दिन हवन एवं भंडारे के साथ किया जाएगा।





