
खण्ड शिक्षाधिकारी अकबरपुर जांच को फाइलों में किया दफन
आज तलक नहीं हो पाई कोई कार्यवाही

अंबेडकरनगर। फर्जी मार्कशीट लगा कर सरकारी नौकरी हथियाने का मामला प्रकाश में आया पीड़ित के द्वारा बताया गया विपक्षी शिवकुमार पुत्र राम अवध ग्राम कजरी जमालुद्दीन पुर पोस्ट सुल्हनतारा फर्जी मार्कशीट आधार पर शिवराम प्राथमिक विद्यालय अमौली में शैक्षणिक योग्यता के आधार पर कार्यरत थे
पीड़ित काहना का आरोप
शिवराम पुत्र राम अवध उपरोक्त द्वारा 2006 में विशिष्ट बी.टी.सी. के अंतर्गत सहायक अध्यापक पद पर नियुक्ति ली गयी उक्त नियुक्ति में शिवराम के द्धारा बी.एड. के अंक पत्र में नंबर में हेराफेरी करते हुए नंबर बढ़ाकर कम्प्युटर से बना अंकपत्र लगाया है उक्त के धारा 1996 में बीएड की परीक्षा उत्तीर्ण की गयी है जिसका अभिलेखीय साक्ष्य उक्त विद्यालय के गजट में लिखित में 353/600 तथा प्रायीनिक में 132/200 लिखा हुआ है जबकि उनके द्वारा दाखिल अंक पत्र में लिखित में 363/600 तथा प्रायोगिक में 162/200 है जो कि अंतर आ रहा है जिससे साबित होता है कि उक्त शिवराम के द्वारा फर्जी अंकपत्र तैयार कराकर नौकरी प्राप्त की गयी है तथा वर्तमान में प्रधानाध्यापक के पद पर शिक्षा क्षेत्र अकबरपुर बराक अकबरपुर अम्बेडका नगर के अंतर्गत प्राथमिक विद्यालय अमौली पो० सिकंदरपुर अम्बेडकर नगर में कार्यरत है
शिकायत होने के बाद क्या हुआ
खण्ड शिक्षाधिकारी अकबरपुर ने पत्रांक संख्या 713 में लिखा शिवराम सहायक अध्यापक कम्पोजिट उ० प्रा० वि० अमौली के विरुद्ध की गयी शिकायत में आप द्वारा जनसुचना के माध्यम से उनको उपलब्ध करायें गए पत्रांक/मु०का०/01/2023-24 दिनांक 01/02/2024 को अपनी तरफ से प्रमाण के रूप संलग्न किया गया है उक्त को संज्ञान में लेते हुए कार्यवाही से पूर्व संस्था से इसका सत्यापन कराया जाना आवश्यक है
शिकायतकर्ता शिकायत पत्र के साथ जन सूचना से प्रमाणित मार्कशीट संलग्न करके शिकायत देने के बाद जहां जानकारी ने कैसे जांच को घुमाया जांच अधिकारी ने लिखा संस्था से सत्यापन करवाना आवश्यक जांच अधिकारी ने शिकायतकर्ता को मजबूर कर दिया अधिकारियों के चौखट पर भटकने पर आज तलक कोई कार्रवाई नहीं हो पाई।
शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया अधिकारी रुपया लेकर सहायक अध्यापक शिवराम को बचा रहे हैं
शिकायतकर्ता अपने बयान में बताया कि जिम्मेदार अधिकारी रुपया लेकर सहायक अध्यापक शिवराम को बचा रहे हैं शिकायतकर्ता का कहना है कि मैं जिले के सभी अधिकारियों को इस मामले को अवगत करा दिया लेकिन कार्रवाई के नाम पर सिर्फ खाना पूर्ति की जा रही है आखिर ऐसे फर्जी वाडा करने के वाले ऊपर कार्रवाई क्यों नहीं कर रहे हैं जिम्मेदार अधिकारी जिसको लेकर शिकायतकर्ता बहुत हैरान और परेशान है आखिर सभी साक्ष्य देने के बाद भी कार्रवाई सिफर क्यों है फिलहाल देखना या होगा इस मामले में जिम्मेदार अधिकारी इस पर कब कार्रवाई करते हैं





