
धीरेंद्र नाथ वर्मा
अवधी खबर संवाददाता
अंबेडकरनगर। सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार में कोई कहे अगर भ्रष्टाचार नहीं हो रहा है तो यह बात मानना बहुत ही गलत होगा।
सरकारी धन का जमकर बंदरबन किया जाना आम बात हो गई है। ग्राम प्रधान के द्वारा लाखों रुपए कुआं मरम्मत कार्य दिखाकर निकाल लिया गया है। ग्रामीण ने जब इसका खुलासा किया तो मीडिया के सुर्खियों में कुएं का फर्जी मरम्मत कार्य का भुगतान छा गया। ग्रामीणों भी खबर सुनकर हैरान हो गए की ग्राम प्रधान के द्वारा बिना कुएं का मरम्मत कार्य कराए ही लाखों का भुगतान कर लिया गया है। उनके पैरों के नीचे की जमीन खिसक गई।

ग्राम प्रधान ने भ्रष्टाचार पर पर्दा डालने का किया कोशिश, अधिकारियों को भी गुमराह करने का कर रहा प्रयास
ग्राम प्रधान के द्वारा किए गए इतने बड़े भ्रष्टाचार पर पर्दा डालने की कोशिश किया जा रहा है साथ ही अधिकारियों को भी गुमराह करने की बात निकाल कर सामने आ रही है क्योंकि जब इस संबंध में खंड विकास अधिकारी बसखारी से बात किया गया था तो उनके द्वारा बताया गया था अंबेडकरनगर महोत्सव खत्म होने के बाद ही गांव पहुंचकर जांच किया जाएगा इसकी भनक जैसे ही ग्राम प्रधान को लगी ग्राम प्रधान ने आनन फानन में तत्काल कुआ की दोबारा डेंटिंग पेंटिंग करते हुए पीओपी से कुएं में पुराने दरार को भरकर मरहम लगाने का कार्य किया जा रहा है। ताकि साक्ष्य सामने न निकल कर आए लेकिन इसके पूर्व में ग्रामीण के द्वारा दिए गए बयान व कुएं के पुराने वीडियो से स्पष्ट होता है कि किस तरीके से ग्राम प्रधान के द्वारा भ्रष्टाचार कर सरकारी धन का दुरुपयोग करते हुए अपनी जेब गर्म कर ली गई है। आखिर अगर ग्राम प्रधान के द्वारा सही कार्य करा कर पैसा निकाला गया था तो अब उसे क्यों दोबारा रंगाई पुताई के साथ भ्रष्टाचार पर मरहम भरने की जरूरत थी।

अब देखना यह होगा कि आखिर जांच अधिकारी गुमराह हो जाते हैं या फिर ग्राम प्रधान से सरकारी धन का रिकवरी कराते हैं जबकि ग्रामसभा में कई अन्य कुएं का भी मरम्मत कार्य ग्राम प्रधान के द्वारा कराया गया है अगर सही से इन सभी कुएं की जांच हुई तो बड़ा भ्रष्टाचार निकलकर सामने आएगा। शायद कुआं मरम्मत कार्य में इतना बड़ा भ्रष्टाचार किसी दूसरी ग्राम सभा में किया गया हो फिर हाल यह जांच का विषय बना हुआ है जबकि ऐसे मामलों की जांच अन्य विभाग के जेई से कराया जाना चाहिए। ताकि सच्चाई निकल कर सामने आ सके।

क्या है पूरा मामला
पूरा मामला विकासखंड बसखारी अंतर्गत टड़वा मिश्र गांव का है। जहां पर बिना कुआं की मरम्मत कराए ही रंगाई पुताई कराके ग्राम प्रधान द्वारा मरम्मत दिखा कर विकास के पैसे को निकाल कर अपनी जेब गर्म कर ली गई है। इसका खुलासा तब हुआ जब गांव के एक व्यक्ति के घर के सामने बने कूएँ की मरम्मत कार्य दिखाकर ग्राम प्रधान के द्वारा लाखों रुपए निकाल लिया गया। ग्रामीण अशोक मिश्रा ने जब इस मामले के बारे में “मेरी पंचायत ऐप” से जानकारी हासिल की तो पता चला कि ग्राम प्रधान के द्वारा उनके घर के पास बने पुराने कुआ का नाम ‘रवि एवं ओमकार के घर के पास कुआ मरम्मत कार्य दिखाकर लाखों रुपए का भुगतान कुएं का मरम्मत कार्य दिखाकर निकाल लिया गया है। जबकि ग्रामीण का कहना है कि इस कुएं का मरम्मत कार्य करीब 20 वर्ष पूर्व हुआ था ग्राम प्रधान के द्वारा केवल रंगाई पुताई कराकर लाखों रुपए का भुगतान कर भ्रष्टाचार किया गया है। मीडिया के स्थलीय निरीक्षण में भी देखने पर कुएं का मरम्मत कार्य काफी पुराना लग रहा है तथा उसमें पडी दरार से भी कोई अंधा व्यक्ति भी बता सकता है कि इस कुएं का मरम्मत कार्य हुआ है या नहीं, लेकिन भ्रष्टाचार इस कदर बढ़ गया है कि अधिकारियों के आंखों पर भ्रष्टाचार की पट्टी बध चुकी है उन्हें सच्चाई हकीकत से कोई मतलब नहीं केवल अपनी जेब गर्म करने पर लगे हैं। ग्राम सभा में बहुत सारे कोई का मरम्मत कार्य दिखाकर ग्राम प्रधान के द्वारा निकाला गया है। वही बड़ी बात यह भी है कि ग्राम प्रधान के द्वारा जिन कुएं का भुगतान निकाला गया उस पर केवल मात्र एक ही कुएं का बार-बार फोटो अपलोड किया गया है इसकी जानकारी मेरी पंचायत ऐप पर अपलोड फोटो से इसकी सच्चाई सामने आई है।





