
अमृत सरोवरों में उड़ रही धूल
अम्बेडकरनगर। लाखों के खर्च से बना अमृतसरोवर अपने सही अस्तित्व में अभी तक नहीं आ पाया है।
ग्रामीण क्षेत्रों में जल संरक्षण और पशुओं को पानी मुहैया कराने के लिए लाखों खर्च होने के बाद तैयार कराए गए अमृत सरोवरों में धूल उड़ रही है। जिससे मवेशी पानी की तलाश में इधर से उधर भटक रहे है। अमृत सरोवर खेल का मैदान बनकर रह गया है। जिसमें बच्चें क्रिकेट खेल रहे है। आस पास झाड़िया उग आई है। अमृत सरोवर का उद्देश्य यहां बौना साबित हो रहा है।

जानकारी के मुताबिक विकास खंड अकबरपुर अंतर्गत ग्राम सभा रोशन गढ़ में अमृत सरोवरों का निर्माण लाखो के खर्च से हुआ है। जिसका बुरा हाल हो गया है। सरकार की मंशा के अनुसार तालाब को अमृत सरोवर के रूप में चयनित कर सुंदरीकरण का काम कराया गया। लेकिन लाखों रुपये खर्च होने के बाद भी अमृत सरोवर से धूल उड़ रही है। खुदाई कराने के साथ इंटरलॉकिंग का काम कराया गया और लोगों के ठहलनें की व्यवस्था की गई। मगर इन दिनों अमृत सरोवर बच्चों के लिए क्रिकेट का खेल मैदान बना हुआ है। लोगों के बैठने के लिए तैयार कराई गई कुर्सियां गायब हो गई है। आस पास झाड़िया उग आई है। गांव के लोगों ने अमृत सरोवर में सरकारी धन के बंदरबांट करने के आरोप लगाए है। लोगों का कहना है कि प्रधान के द्वारा अमृत सरोवर के सुंदरीकरण के नाम पर लापरवाही बरती गई। अमृत सरोवर में एक बूंद भी पानी संरक्षित नहीं हो रहा है। जिससे मवेशियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है जबकि पशु पक्षी भी पानी के लिए परेशान हो रहे है। अमृत सरोवर के सुंदरीकरण में लापरवाही की शिकायत मिली तो मीडिया कर्मी द्वारा जाकर पड़ताल किया गया तो अमृत सरोवर की दशा खराब है सरोवर सूखा पड़ा हुआ है बच्चे उसे क्रिकेट का मैदान बना चुके हैं अमृत सरोवर सूखा होने के कारण लोग अपनी भेड़ बकरियां उसी में चरा रहे हैं। अमृत सरोवर का निर्माण कार्य लगभग 24 लाख रुपए की अनुमानित लागत से बीते वर्ष 2023 में कार्य शुरू किया गया था। अमृत सरोवर के चारो तरफ अभी तक बैरिकेडिंग भी नही हो पाई है। केवल मुख्य गेट का निर्माण देखने को मिला।




