अवधी खबर संवाददाता
भीटी अंबेडकरनगर (अजय सिंह)। बैंक ऑफ़ बड़ोदा शाखा भीटी के शाखा प्रबंधक की मनमानी दिन प्रतिदिन बढ़ती चली जा रही है उनके लिए चाहे युवा हो चाहे अधेड़ हो या बुजुर्ग हो सबको दुधारू गाय की तरह ही देख रहे हैं शाखा प्रबंधक बैंक ऑफ़ बड़ोदा भीटी से प्रताड़ित 80 वर्षीय बुजुर्ग ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को प्रार्थना पत्र भेजकर किसान क्रेडिट कार्ड बनाने में देरी और उसमें भ्रष्टाचार किए जाने की शिकायत करते हुए जांच और कार्यवाही की मांग है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार अढ़नपुर गांव के निवासी राजेंद्र कुमार त्रिपाठी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को शिकायती प्रार्थना पत्र भेजते हुए आरोप लगाया है की बैंक ऑफ़ बड़ौदा की भीटी शाखा में उनका किसान क्रेडिट कार्ड पहले से बना हुआ था। जिसमें 46000 बकाया था शाखा प्रबंधक ने उनसे बकाया जमा करने के लिए कहा और फिर उनके द्वारा बकाया जमा कर दिया गया शाखा प्रबंधक ने बताया एक सप्ताह में आपको नया किसान क्रेडिट कार्ड बना कर दे दिया जाएगा लेकिन एक सप्ताह को कौन कहे महीनों बीत गए उनके पुत्र लगातार बैंक के चक्कर लगाते रहे लेकिन शाखा प्रबंधक ने अपने क्रियाकलाप से उन्हें परेशान करके रख दिया।
एक महीने बाद उन्हें बताया कि उनकी फाइल अभी बैंक के वकील के पास है और जब तक वहां से फाइल नहीं आती है तब तक किसान क्रेडिट कार्ड बनाना संभव नहीं है यह बात जानकर उनके पुत्र ने वकील से संपर्क किया तो वकील ने बताया शाखा प्रबंधक भीटी के द्वारा फाइल न भेजने के लिए उनसे कहा गया है और जब तक शाखा प्रबंधक नहीं कहेंगे तब तक वकील फाइल को बैंक में नहीं लायेंगे।दिए गए प्रार्थना पत्र में बुजुर्ग राजेंद्र कुमार त्रिपाठी ने आरोप लगाया धान की नर्सरी डालने का समय आता जा रहा है और उनका किसान कार्ड बनाने में बैंक द्वारा लगातार हीला हवाली की जा रही है उनके पुत्र वेद प्रकाश त्रिपाठी ने कई दिन बैंक के चक्कर लगाए तो किसी ने उनसे बताया कि शाखा प्रबंधक बिना घूस लिए किसी का कोई भी कार्य नहीं करते हैं इसलिए ऐसे ही दौड़ते रह जाओगे कभी भी किसान क्रेडिट कार्ड नहीं बनेगा शाखा प्रबंधक के बारे में इस तरह की बात सुनकर उनके पुत्र ने आकर उन्हें बताया तो उन्होंने सीधे मुख्यमंत्री को प्रार्थना पत्र देकर जांच और कार्यवाही की मांग की है।
अब देखना है की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को प्रार्थना पत्र देने के बाद क्या 80 वर्षीय त्रिपाठी जी को न्याय मिल पाता है और शाखा प्रबंधक को उनके किए का दंड मिलता है या नहीं क्योंकि इस तरह की घटना वह लगातार करते चले आ रहे हैं जन धन योजना के खाता धारकों को बैंक से पैसा नहीं देने खाता बंद करने युवाओं को लोन न देने मुद्रा योजना का मजाक उड़ाने जैसे तमाम तरह के कार्य के द्वारा लगातार किए जा रहे हैं लेकिन बैंक के ऊपर के अधिकारी उनके कारनामे को जानने के बाद भी आंख मुद्दे बैठे हुए हैं।





