
अंबेडकरनगर ।जिले के अहरौली थाना क्षेत्र के गांव पांडे पैकौली में जमीनी विवाद में थानाध्यक्ष अहिरौली के द्वारा दोनो पक्षों को समझा कर अपने ऑफिस से बाहर भेज दिया।आफिस से बाहर निकले सिपाही ने एक पक्ष के बुजुर्ग श्रीनिवास पांडे और उनकी पुत्री को गालियां देकर जबरदस्ती सुुलह करवाया और जब तक जमीन की पैमाइश नहीं हो जाती तब तक उनका आलू ग्राम प्रधान के घर रखने का सुुलहनामा करवाया सिपाही के भय और आतंक के कारण बुजुर्ग श्रीनिवास पांडे ने सुलहनामें पर हस्ताक्षर कर दिया और सुुलहकर घर लौट आए। अपने खेत में अपने द्वारा बोए गए आलू के बारे में पुलिस का इस तरह का फैसला अपने आप में एक अनोखा फैसला है इस फैसले से पीड़ित पक्ष काफी दुखी है आखिर सिपाही द्वारा इस तरह का फैसला क्यों किया गया सबसे महत्वपूर्ण प्रश्न यही है।

जब इसी एक गाटा नंबर में लोगों की जमीन का बंटवारा हुआ है और मेड़बंदी हुई है अपने अपने खेतों में लोगों ने फसल लगा रखी है फिर यह बात पुलिस को क्यों नहीं दिखाई पड़ी आखिर कौन सा कारण था कि एक बुजुर्ग और उसकी पुत्री को सिपाही ने गालियां दी। और एक पक्ष के पक्ष में इस तरह से खड़ा हुआ आखिर क्यों जबकि सिपाही अच्छी तरह से जानता है की खेती की जमीन की पैमाइश आसानी से नहीं हो सकती उसके बाद भी उसने जबरन पैमाइश की बात सुलहनामें में लिखवाई।





