 
									अवधी खबर संवाददाता
अंबेडकरनगर।(प्रमोद वर्मा)
अकबरपुर तहसील अंतर्गत श्रावण क्षेत्र धाम में सरकारी जमीन पर अवैध रूप से हॉस्टल बनाकर मोटी रकम की वसूली किए जाने का मामला सामने आया है। जबकि मुख्यमंत्री के स्पष्ट निर्देश हैं कि श्रावण क्षेत्र धाम के आस-पास किसी भी प्रकार का अवैध निर्माण नहीं होना चाहिए, बावजूद इसके दबंग किस्म के लोग कानून की खुलेआम धज्जियां उड़ा रहे हैं। नदी के परिक्षेत्र में भी मकान का निर्माण कर लिया गया है।

मिली जानकारी के अनुसार, सरकारी भूमि (बंजर)  गाटा संख्या 6 ग्राम सभा चिउटीपारा पर कब्जा करके निजी हॉस्टल का निर्माण कर बच्चों से मोटी रकम किराए के रूप में वसूली जा रही है। ये हॉस्टल न सिर्फ गैरकानूनी रूप से संचालित हो रहे हैं, बल्कि यहां रहने वाले छात्रों की सुरक्षा और सुविधाएं भी पूरी तरह से उपेक्षित हैं। 
इसके बावजूद स्थानीय प्रशासन की चुप्पी सवालों के घेरे में है। मुख्यमंत्री ने श्रावण क्षेत्र को लेकर विशेष निर्देश जारी किए थे कि इस धार्मिक और सांस्कृतिक स्थल के आस-पास किसी प्रकार का अवैध निर्माण कार्य नहीं किया जाएगा, लेकिन प्रशासन की अनदेखी और दबंगों की मनमानी के चलते यह क्षेत्र अब भ्रष्टाचार और कब्जेदारों का अड्डा बनता जा रहा है।
प्रश्न उठता है – कब जागेगा प्रशासन?
किसके संरक्षण में फल-फूल रहा है यह अवैध कारोबार? सरकारी जमीन पर कब तक कब्जा करते रहेंगे रसूखदार? क्या प्रशासन की निष्क्रियता से ऐसे लोगों को मिल रहा है बढ़ावा? स्थानीय लोगों ने मांग की है कि तत्काल प्रभाव से हॉस्टल को सील किया जाए।
सरकारी जमीन को कब्जे से मुक्त कराया जाए। संबंधित अधिकारियों की भूमिका की जांच हो। वही जब इस संबंध में एसडीएम अकबरपुर से बातचीत की गई तो उनके द्वारा बताया गया कि मामले की जांच करवाते हैं सरकारी जमीन से जल्द ही अवैध अतिक्रमण को खाली कराया जाएगा।





