बस्ती। पैकोलिया थाना क्षेत्र के महुआ गांव में दबंगों ने एक दलित परिवार के घर में घुसकर उत्पात मचाया। आरोप है कि दबंगों ने पीड़ित परिवार के साथ मारपीट की, बेटी के गले का लाकेट छीन लिया और जान से मारने की धमकी दी।

पीड़ित विनोद कुमार का कहना है कि जब वे शिकायत लेकर थाने पहुंचे तो पुलिस अधिकारियों ने कार्रवाई करने के बजाय दबाव बनाकर सुलह करने की बात कही। यही नहीं, घटना के चार दिन बाद भी पुलिस की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई।
पुलिस की इस कार्यप्रणाली से नाराज़ ग्रामीण भी थाने पर पहुंचे और कार्रवाई की मांग की। ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस मामले को दबाने की कोशिश कर रही है, जिससे गांव में तनाव का माहौल है।
सूत्रों का कहना है कि पुलिस की लापरवाही से दबंगों के हौसले और बुलंद हो गए हैं। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की “शून्य सहनशीलता” नीति क्या सिर्फ कागज़ों तक ही सीमित है?
पीड़ित परिवार अभी भी न्याय की उम्मीद में थाने के चक्कर काट रहा है। वहीं, पैकोलिया इंस्पेक्टर से जब इस मामले में संपर्क करने की कोशिश की गई तो उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया।





