अवधी खबर संवाददाता
भीटी, अंबेडकरनगर।
भीटी तहसील में बीते एक सप्ताह से चल रही अधिवक्ताओं की हड़ताल आखिरकार समाप्त हो गई है। सोमवार से न्यायिक कार्य फिर से शुरू होने जा रहा है। हड़ताल के चलते बीते दिनों से तहसील में न्यायिक कार्य पूर्ण रूप से ठप था, जिससे वादकारी वर्ग बेहद परेशान था।
हड़ताल के दौरान मुकदमों की सुनवाई पूरी तरह प्रभावित रही। अधिवक्ताओं का कहना था कि तमाम मुकदमों को बिना कारण बताए एकतरफा खारिज कर दिया गया है। इसके अलावा, वाद दायर करने के बाद भी कई प्रार्थना पत्रों को ऑनलाइन नहीं किया जा रहा, जिससे अधिवक्ताओं और मुवक्किलों दोनों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
बार एसोसिएशन के महामंत्री अनिल यादव ने बताया कि चार से पाँच महीने पुराने मुकदमे लंबित पड़े हैं, और फाइलें लगने के बावजूद उन्हें ऑनलाइन नहीं किया जा रहा। इससे मुवक्किल लगातार अधिवक्ताओं पर दबाव बना रहे थे, जिसके चलते अधिवक्ताओं ने 9 अक्टूबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल और कोर्ट बहिष्कार का निर्णय लिया था। उधर उपजिलाधिकारी भीटी धर्मेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि अधिवक्ता स्वतंत्र हैं, लेकिन हम सरकारी कर्मचारी हैं, हमें तो काम करना ही पड़ेगा।
इस बीच, उपजिलाधिकारी द्वारा बार एसोसिएशन को वार्ता हेतु बुलाया गया, जिसमें बार अध्यक्ष श्याम भवन पांडे के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने वार्ता की। पूर्व अध्यक्ष सत्य प्रकाश पांडे ने बताया कि वार्ता सकारात्मक रही और प्रशासन ने अधिवक्ताओं की समस्याओं के समाधान का आश्वासन दिया।
वार्ता के परिणामस्वरूप अधिवक्ताओं ने अनिश्चितकालीन हड़ताल समाप्त करते हुए कोर्ट बहिष्कार वापस ले लिया है। अब सोमवार से भीटी तहसील में सभी न्यायिक कार्य सामान्य रूप से शुरू हो जाएंगे।





