टांडा (अंबेडकरनगर)।प्रेमी के साथ मोटरसाइकिल पर सवार होकर घर से दिल्ली जा रही एक विवाहिता की दर्दनाक कहानी अब मौत के रूप में खत्म हो गई। रास्ते में हुए हादसे के 40 दिन बाद इलाज के दौरान विवाहिता ने लखनऊ के एक अस्पताल में दम तोड़ दिया।
मिली जानकारी के अनुसार, टांडा कोतवाली क्षेत्र के ग्राम पहाड़पुर कोरई मोहिउद्दीनपुर निवासी काजल पत्नी विकास बीते 29 अगस्त 2025 को अपने प्रेमी रवि वर्मा पुत्र अनिल वर्मा निवासी ग्राम रामपुर कलां, कोतवाली टांडा के साथ मोटरसाइकिल पर बैठकर दिल्ली जा रही थी। बताया जाता है कि जब दोनों यमुना एक्सप्रेस-वे पर आगरा जनपद के खंडौली थाना क्षेत्र से गुजर रहे थे, तभी काजल की साड़ी मोटरसाइकिल के पिछले पहिए में फंस गई। असंतुलन के चलते काजल सड़क पर गिर गई, जिससे उसके सिर के पिछले हिस्से में गंभीर चोट लगी और वह कोमा में चली गई।
हाईवे एंबुलेंस की मदद से उसे आगरा के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से हालत नाजुक देख प्रेमी रवि ने काजल को लखनऊ के एक निजी न्यूरो अस्पताल में भर्ती कराया। वहां भी हालत में सुधार न होने पर रवि ने इलाज का खर्च न उठा पाने के कारण उसे लखनऊ में किराए के एक कमरे में रखकर इलाज जारी रखा, लेकिन अंततः काजल की मौत हो गई।
उधर, काजल के घर न लौटने पर परिजनों ने उसकी तलाश शुरू की और पुलिस में तहरीर दी। मां गौरा देवी पत्नी मिश्री लाल की शिकायत पर टांडा कोतवाली पुलिस ने रवि वर्मा के खिलाफ अपहरण का मुकदमा दर्ज किया था। तहरीर में बताया गया कि काजल 29 अगस्त की सुबह सहेली के घर जाने की बात कहकर निकली थी लेकिन वापस नहीं लौटी। तलाश के दौरान ग्राम बलया जगदीशपुर निवासी विकास पुत्र राम सनेही ने बताया कि उसने काजल को अरिया बाजार के पास रवि वर्मा की मोटरसाइकिल पर बैठते देखा था।
घटना की जानकारी मिलते ही कोतवाल टांडा दीपक सिंह रघुवंशी ने एक उपनिरीक्षक और सिपाही को लखनऊ भेजा था। अब महिला की मौत के बाद पुलिस ने मामले को धारा 84 बीएनएस के तहत न्यायालय में परिवाद दाखिल करने की व्यवस्था दी है।
पोस्टमार्टम के बाद काजल का शव उसके मायके ग्राम पहाड़पुर कोरई मोहिउद्दीनपुर लाया जाएगा।
ग्रामीणों में इस घटना को लेकर गहरी संवेदना के साथ-साथ आक्रोश भी व्याप्त है। लोग सवाल उठा रहे हैं कि अगर समय पर प्रभावी कार्रवाई होती तो शायद एक जिंदगी बच सकती थी।




