राष्ट्रीय सम्मेलन का श्रीमाल नगर भीनमाल में हुआ था आयोजन
भीनमाल ( माणकमल भंडारी ) स्थानीय मीनाक्षी होटल परिसर में एडवोकेट सुंदरलाल शर्मा व सीतादेवी की स्मृति में उनके परिवार के भगवतदत्त शर्मा, लक्ष्मी शर्मा, दर्शन शर्मा, अंकिता शर्मा, चिन्मय शास्त्री, शिवानी शास्त्री के सौजन्य से ब्रह्मनिष्ठ दंडी स्वामी देवानंद सरस्वती महाराज ब्रह्म विष्णु महेश धाम कालंद्री की पावन निश्रा में स्मारिका का विमोचन किया गया।
ब्राह्मण समाज संस्था पुष्कर के तत्वावधान में श्रीमाली समाज की उत्पति स्थल व श्री से विस्थापित ऐतिहासिक तथा सांस्कृतिक महाकवि माघ की नगरी भीनमाल में स्वन्यति समाज प्रवर श्रेष्ठ गणों व राष्ट्रीय अध्यक्ष विधुशेखर दवे की उपस्थिति में कई समाज में व्याप्त कुरीतियों के शमन हेतु समाज में व्याप्त 16 बिंदुओं को लेकर गत दिसंबर माह में राष्ट्रीय सम्मेलन मंथन का ऐतिहासिक आयोजन हुआ था l
कार्यक्रम के दौरान विधुशेखर दवे राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमाली ब्राह्मण समाज ने बताया कि प्री वेडिंग, रिंग सेरेमनी, पैरावणी, हल्दी- रस्म, अन्तर्जातीय विवाह सहित अन्य फिजुल खर्च पर पाबंदी लगाने का सभी की सहमति से निर्णय लिया जाकर इसे पूरे भारतवर्ष में एक नई प्रेरक पहल रही। मंथन कार्यक्रम में समन्वयक दिनेश दवे नवीन ने बताया कि पहली बार भीनमाल में सम्मेलन में बम्बई, सुरत, पूना, बैंगलोर, कलकत्ता, मध्यप्रदेश, मालवा, मेवाड़, मारवाड़ हाड़ौती से बड़ी संख्या में समाज जन शामिल हुए।
राष्ट्रीय सम्मेलन में मातृ शक्ति, क्रियाशील युवक-युवतियों सहित सकल भारत वर्ष के सम्मानित स्वन्याती विप्र शिरोमणि गार्गी व मैत्रेयी समकक्ष महिलाओं की भारी तादाद में उपस्थिति भी साक्षी रही। सुरेंद्र त्रिवेदी मार्गदर्शक मंथन आयोजक ने बताया कि भारी संख्या में युवाओं की उपस्थिति रही जो एक स्व न्याति समाज को प्रेरक संदेश रहा l स्मारिका विमोचन कार्यक्रम में भामाशाह भगवतदत्त व्यास व दर्शन व्यास, प्रबंध निदेशक सुंदर बिसनेस मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड श्रीमाली ने बताया कि मेरे परिवार का सौभाग्य है कि मंथन जैसे पवित्र कार्यक्रम में पूरे भारतवर्ष से समाज के लगभग 100 से ज्यादा विभिन्न संगठन व ईकाईयो ने भाग लिया, जो ऐतिहासिक पल रहा जो विप्र समाज के लिए एक अनुकरणीय है।
सम्मेलन में वासुदेव अवस्थी मुख्य संयोजक ने बताया कि अखिल भारतवर्षीय श्रीमाली ब्राह्मण समाज संस्था पुष्कर के माध्यम से श्रीमाली ब्राह्मण समाज की समस्त ईकाईयों /संस्थाओं का दो दिवसीय राष्ट्रीय महासम्मेलन “मंथन-२०२४” भव्य आगाज पूरे भारतवर्ष से सम्मिलित मानद इकाइयां जिसमें कई राष्ट्रीय संत, नेता,अभिनेता, उद्योगपति, प्रतिष्ठित व्यापारी, बुद्धिजीवी वर्ग सहित मातृ शक्ति का भारी संख्या में मौजूदगी रही, जो हमारे लिए एक मार्गदर्शन सिद्ध रहा l शेखर व्यास सहित कई लोगों ने भी अपने विचार व्यक्त किये।
डॉ घनश्याम व्यास राष्ट्रीय संगठन सचिव व मंथन स्मारिका के मुख्य संपादक ने बताया कि सरकार व समाज की मंशानुरूप समाज में व्याप्त कुरूतियों के शमन हेतु “मंथन-२०२४” महासम्मेलन श्रीमाली ब्राह्मणों को सांस्कृतिक व ऐतिहासिक नगरी भीनमाल में भारत वर्ष के समाज बंधु उपस्थित रहे। मंथन कार्यक्रम के कोषाध्यक्ष विजयराज जोशी, मुख्य संयोजक वासुदेव अवस्थी ने भी कार्यक्रम पर प्रकाश डाला।
मीडिया कर्मी भंडारी सहित सहयोगियों को किया सम्मानित
मंथन के विमोचन समारोह में वरिष्ठ पत्रकार एवं प्रेस क्लब ऑफ भीनमाल के अध्यक्ष माणकमल भंडारी सहित उपस्थित सभी मीडिया कर्मियों का एवं कार्यक्रम सहयोगियों का साफा, शाल, माल्यार्पण कर उनको स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में ये रहे उपस्थित
स्मारिका विमोचन कार्यक्रम में गुडा मालाणी से शिवदयाल दवे, झाब से दीपाशंकर, करडा से झुमरलाल, सेवाडा से प्रकाश त्रिवेदी, पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष शांतिलाल ओझा, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष कान्तिलाल ओझा, रानीवाडा ब्राह्मण समाज अध्यक्ष भाणाराम बोहरा, ओमप्रकाश जोधपुर, वरिष्ठ पत्रकार गिरीश अवस्थी, डेटा गाइड, रमेश दवे धुम्बडिया, बाबुलाल सिणधरी, खुशवंत त्रिवेदी सिरोही, भगवतीप्रसाद दवे, नरोत्तम त्रिवेदी, सुरेश वौरा, महेश व्यास, मीठालाल व्यास, ललिता त्रिवेदी, संकेत बोहरा, दिलीप व्यास, रविशंकर दवे, सतीशकुमार दवे, डा अरूण दवे, सविता दवे, गायत्री दवे, चन्द्रिका दवे, प्रेमिला त्रिवेदी, भगवतीदेवी, मोनिका दवे, लक्षिता व्यास, सलौनी दवे, भंवरलाल दवे सहित समाज जन उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन डाॅ घनश्याम व्यास ने किया। कार्यक्रम के अंत में शांति पाठ का आयोजन कर कार्यक्रम सम्पन्न किया गया ।





