उप निबंधक अकबरपुर कार्यालय से जुड़ा है पूरा मामला
अवधी खबर संवाददाता
अंबेडकर नगर (प्रमोद वर्मा)।
जनपद के रसूलाबाद हौजपट्टी निवासी राजेश प्रताप सिंह ने जन सूचना अधिकारी / सहायक महा निरीक्षक निबंधन, अंबेडकरनगर को एक पत्र भेजकर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि उनके द्वारा मांगी गई जन सूचना का उत्तर जानबूझकर भ्रामक और टालमटोल भरा दिया गया है।
राजेश प्रताप सिंह के अनुसार, उन्होंने 12 अक्टूबर 2025 को स्टाम्प कमी के मुकदमों से संबंधित विस्तृत जानकारी मांगी थी। इसके जवाब में विभाग की ओर से पत्रांक 595, दिनांक 16 अक्टूबर 2025 के माध्यम से जवाब भेजा गया, जिसमें केवल इतना बताया गया कि 122 मुकदमे दर्ज किए गए हैं, परंतु यह स्पष्ट नहीं किया गया कि कितने मुकदमे सहायक महानिरीक्षक, कितने जिलाधिकारी, कितने अपर जिलाधिकारी, और कितने ऑडिट टीम की रिपोर्ट पर दर्ज हुए हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि मांगी गई रजिस्टर की सत्यापित छायाप्रति तथा लेखपत्र संख्या 2875 खंड सं. 7315 वर्ष 2024 (निर्णीत दिनांक 30.09.2024) की सही जानकारी भी उपलब्ध नहीं कराई गई।
राजेश प्रताप सिंह ने कहा कि इस रवैए से यह प्रतीत होता है कि अधिकारी स्वयं उप निबंधक अकबरपुर कार्यालय में स्टाम्प धोखाधड़ी के मामलों में लिप्त हैं। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि एक सप्ताह के भीतर बिंदुवार सही सूचना उपलब्ध नहीं कराई गई तो वह प्रथम अपील दायर करने के साथ-साथ महानिरीक्षक निबंधन उत्तर प्रदेश और प्रमुख सचिव, निबंधन विभाग को शिकायत भेजेंगे।
उन्होंने यह भी कहा कि पत्रांक 595 में बताया गया कि केवल उन्हीं (राजेश प्रताप सिंह) ने उपनिबंधक कार्यालय के खिलाफ शिकायत की है, जबकि उन्हें अपुष्ट जानकारी मिली है कि उपनिबंधक अभिषेक कुमार सिंह के विरुद्ध कई शिकायतें दर्ज हुई हैं। इस संबंध में उन्होंने उन सभी शिकायतों की छायाप्रति तत्काल उपलब्ध कराए जाने की मांग की है।
राजेश प्रताप सिंह ने इस पूरे प्रकरण में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने की अपील करते हुए कहा कि यदि निबंधन विभाग सही जानकारी नहीं देता, तो यह सूचना का अधिकार अधिनियम की भावना के विपरीत है और यह आम जनता के जनहित से जुड़ा मामला है।





