
अवधी खबर संवाददाता
टाण्डा अम्बेडकरनगर। किसानो को अपने हक़ के लिए लड़ना होगा। जिसकी जमीन हाईवे में गई, जैसे किसान रहता था, उस जमीन का चिन्ह्यांकन कर किसान अपने पशु बांध दे, ट्रैक्टर खड़ा कर दे, लड़ाई से ही पैसे मिलेंगे। उक्त बाते भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत ने टांडा मे आयोजित किसान महापंचायत मे कही। ज्ञातव्य हो कि अकबरपुर मार्ग पर वर्षों से राष्ट्रीय राजमार्ग 233 में अधिग्रहित जमीनों के मोआवजे की मांग को लेकर हाइवे ओअर ब्रिज के नीचे धर्म गंज में धरना दे रहे है, लेकिन उन्हें अभी तक आवासीय दर का भुगतान नही किया गया है। किसानो ने समस्याओ को लेकर महापंचायत बुलाई जिसमे उन्होंने प्रशासन से कहा कि वह इन किसानों को आज बहला सकते हैं बस इनके गुस्से को शांत नहीं कर सकते। किसान ऐसे ही अपना गुस्सा बरकरार रखें, कामयाबी मिलेगी। उन्होंने कहा कि किसानों के विश्वास पर हम खरे नहीं उतरे। किसानों को भरोसा था कि हम आएंगे तो इनका निर्णय हो जाएगा।
उन्होंने कहा कि हमें मुआवजा के लिए बैठना पड़ेगा बिना वार्ता हल नहीं निकलेगा। इसलिए दस मार्च से पहले हमारे अधिग्रहण के मामलों में विशेषज्ञ साथियों के साथ जिलाध्यक्ष विनय कुमार वर्मा ग्यारह किसानों के साथ जिलाधिकारी से मिलकर मामले में वार्ता करेंगे वार्ता के बाद भी यदि हल नहीं निकला। तो होली के बाद एक बार फिर वार्ता होगी । यदि तीसरी वार्ता के बाद भी हल नहीं निकला तो किसान अपनी जमीनों पर कब्जा करेगा, किसान जैसे अपने घर बार में रहता था वैसे ही हाईवे पर अपने पशुओं को बांधकर रहेगा। यही से किसाने की लड़ाई की शुरुआत होगी। इसके पूर्व किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष राजपाल शर्मा सहित किसान यूनियन के प्रदेशीय व मंडलीय नेताओं ने संबोधित किया। पंचायत में किसान यूनियन अम्बेडकरनगर के जिलाध्यक्ष विनय कुमार वर्मा ने शुरू से लेकर अब तक कि कार्यवाही व वार्ता के बारे में जानकारी दी।
महापंचायत में आस पास के जिलों बस्ती संतकबीर नगर, सुल्तानपुर, आजमगढ़ के किसानों ने भाग लिया । श्री टिकैत के कार्यक्रम को लेकर भारी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी।उपजिलाधिकारी सीओ के अलावा 9 थानों के थानाध्यक्ष व पी ए सी के जवानों के साथ राजस्व कर्मियों की भी डियूटिया लगाई गई थीं।





