अम्बेडकरनगर (संवाददाता):
विकासखंड भियाव की ग्राम सभा गोविंदपुर में मनरेगा योजना में भारी अनियमितता का मामला सामने आया है। यहां एक ही मजदूर की फोटो को लगातार दस दिनों तक पांच अलग-अलग मास्टर रोल्स पर अपलोड किया गया, जिससे फर्जी हाजिरी दर्ज कर सरकारी धन का दुरुपयोग किया गया।
मनरेगा नियमों के अनुसार, एक मजदूर की फोटो एक ही मास्टर रोल पर एक बार ही अपलोड की जा सकती है। लेकिन गोविंदपुर में इस नियम की खुलकर अवहेलना की गई।

मामले की सूचना सप्ताह भर पहले ही ग्राम पंचायत सचिव को दी गई थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई और कार्य जारी रहा। बाद में जब व्हाट्सएप के माध्यम से साक्ष्य दोबारा भेजे गए, तब जाकर कार्य को बंद किया गया।
ग्रामीणों ने इस घोटाले की उच्चस्तरीय जांच और संबंधित अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह केवल एक मामला नहीं है, बल्कि और भी फर्जीवाड़े हो सकते हैं, जिनकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।
यह रिपोर्ट मनरेगा की पारदर्शिता पर गंभीर सवाल खड़े करती है। यदि समय रहते जांच नहीं हुई तो ग्रामीण रोजगार की सबसे बड़ी योजना पर जनता का भरोसा डगमगा सकता है।




