अवधी खबर संवाददाता
अंबेडकर नगर।
सरकार जहां एक ओर करोड़ों रुपये खर्च कर गांव-गांव में आंगनबाड़ी केंद्र बनवा रही है ताकि 3 से 6 वर्ष के नौनिहालों को शिक्षा और पोषण मिल सके, वहीं दूसरी ओर कुछ केंद्रों की स्थिति सरकारी व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रही है।
विकास खंड बसखारी के ग्राम सभा बरही ऐदिलपुर में बना एक आंगनबाड़ी केंद्र इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है। केंद्र को बने अभी कुछ ही वर्ष हुए हैं, लेकिन भवन अब जंगल में तब्दील हो चुका है।
फर्श टूट चुका है, जगह-जगह झाड़ियां और पौधे उग आए हैं। जिस स्थान पर बच्चों की हंसी-खुशी और पढ़ाई की गूंज होनी चाहिए थी, वहां अब सन्नाटा और झाड़ियां नजर आती हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि केंद्र पर कभी-कभी ताला लटकता नजर आता है, लेकिन बच्चों की पढ़ाई और गतिविधियां सिर्फ कागजों में चल रही हैं।
ऐसे में बड़ा सवाल उठता है कि क्या ग्राम पंचायत और बाल विकास पुष्टाहार विभाग की नजर कभी इस केंद्र पर नहीं पड़ी?
यदि केंद्र की यह हालत है, तो शासन की योजनाओं का लाभ आखिर किसे मिल रहा है?
ग्रामीणों की मांग है कि इस केंद्र की स्थिति की जांच कर संबंधित जिम्मेदारों पर कार्यवाही की जाए, ताकि भविष्य में अन्य केंद्रों की दुर्दशा न हो।





