- महिला मेट कुमारी मोनिका मनरेगा फर्जीवाड़ा में निभा रही अहम भूमिका
- फर्जी मनरेगा कार्यों को धरातल पर न कराने के कागज में होने पर भड़के ग्रामीण
- बीडीओं ने ग्राम पंचायत उमरिया में चल रहे मनरेगा फर्जीवाड़ा की जांच कर कार्रवाई करने का दिया आश्वासन
बहादुरपुर, बस्ती। विकासखण्ड बहादुरपुर के अंतर्गत ग्राम पंचायत उमरिया में मनरेगा योजना के नाम पर फर्जीवाड़ा का मामले प्रकाश में आया है। मीडिया पड़ताल से पता चला है कि महिला मेट कुमारी मोनिका द्वारा बिना किसी मनरेगा कार्य कराये ही मनरेगा मजदूरों की फर्जी हाजिरी लगा रही है।
ग्रामीणों का कहना है कि वर्तमान समय में गांव में कोई भी मनरेगा कार्य धरातल पर नहीं चल रहा है फिर भी मनरेगा मजदूरों के नाम पर फर्जी भुगतान कराने की तैयारी तेजी से चल रही है। आरोप है कि इस फर्जीवाड़े में महिला ग्राम प्रधान ममता मिश्रा व सचिव और तकनीकी सहायक समेत अन्य जिम्मेदार अधिकारी भी कमीशनखोरी कर चुप्पी साधे हुए हैं।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि सरकारी धन की बंदरबांट कर ग्रामीणों के हक का पैसा लूटा जा रहा है और सीधे तौर पर गरीबों के पेट पर महिला ग्राम प्रधान ममता मिश्रा लात करने का कार्य कर रही है जब कागज में मनरेगा कार्य पूर्ण हो जाएगा तो मनरेगा मजदूरों को मनरेगा कार्य कहां से मिलेगा ।
ग्राम पंचायत में मनरेगा करना मिलने से मनरेगा मजदूर पहले से परेशान है और ऐसे ही मनरेगा फर्जीवाड़ा जारी रहा तो मनरेगा मजदूरों को भूखे पेट रहना पड़ेगा । मनरेगा फर्जीवाड़ा का खुलासा होने पर ग्रामीणों में यह चर्चा का विषय बना है कि आखिरकार इस भ्रष्टाचार पर कब और किस स्तर से जांच व कार्यवाही होगी ?
यह मामला सीधे तौर पर मनरेगा एक्ट 2005 की धज्जियां उड़ाने वाला है और उच्चाधिकारियों की संलिप्तता की ओर इशारा करता है। इस संबंध में महिला मेट कुमारी मोनिका ,ग्राम प्रधान ममता मिश्रा , सचिव व तकनीकी सहायक से फोन के माध्यम से जानकारी लेना चाहे तो किसी ने फोन रिसीव नहीं किया । उक्त प्रकरण में खंड विकास अधिकारी बहादुरपुर ने कहा कि ग्राम पंचायत उमरिया में चल रहे मनरेगा फर्जीवाड़ा की जांच कराकर जारी ऑनलाइन फर्जी मस्टर रोल जीरो होगा ।





