अवधी खबर संवाददाता
अंबेडकरनगर।
जनपद में अवैध लकड़ी कटान और चिराई का धंधा वन विभाग की मिलीभगत से खुलेआम चल रहा है। ताजा मामला टांडा ब्लॉक अंतर्गत रामपुर विहरोजपुर स्थित लाइसेंसी आरा मशीन का है, जिसे राम प्रताप पुत्र राम सुमेर द्वारा संचालित किया जा रहा है।
इस आरा मशीन पर आम, नीम और गूलर जैसी लकड़ियों का अवैध रूप से चिरान बड़े पैमाने पर किया जा रहा है। यह पूरा खेल कथित रूप से प्रभागीय वन अधिकारी (डीएफओ) और विभाग के अन्य अधिकारियों की मिलीभगत से संचालित हो रहा है।

मामला तब उजागर हुआ जब मीडिया कर्मी मौके पर पहुंचे और मशीन के अंदर अवैध लकड़ी की चिराई होते हुए देखी। इस दौरान मौके पर मौजूद संचालक के बेटे ने खुद कबूल किया कि वह वन विभाग के छोटे-बड़े अधिकारियों को नियमित रूप से पैसा देता है, जिसके बाद उसे बिना परमिट के लकड़ी चिराने की खुली छूट मिल जाती है।
जब पत्रकारों ने उससे लकड़ी की वैधता और परमिट के बारे में पूछा तो वह भड़क उठा और विभागीय अधिकारियों को लेकर आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग किया। उसने यह भी स्वीकार किया कि वह डीएफओ तक पैसा पहुंचाता है, हालांकि राशि का खुलासा करने से बचता रहा।
घटना की सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और औपचारिक कार्रवाई शुरू की। हालांकि, यह खेल जनपद के अन्य लाइसेंस धारी आरा मशीनों पर चल रहा है।





